रविवार को आईपीएल के 13वें सीजन का दूसरा मुकाबला बेहद रोमांचक रहा, जिसका फैसला सुपर ओवर में हुआ. लेकिन मैच के दौरान एक विवाद भी सामने आ गया.
रविवार को आईपीएल के 13वें सीजन का दूसरा मुकाबला बेहद रोमांचक रहा, जिसका फैसला सुपर ओवर में हुआ. निर्धारित ओवरों में स्कोर बराबर रहने के बाद दिल्ली कैपिटल्स (DC) ने किंग्स इलेवन पंजाब (KXIP) को सुपर ओवर में मात दी. ऑस्ट्रेलियाई धुरंधर मार्कस स्टोइनिस बल्ले और गेंद दोनों से बेहतरीन प्रदर्शन कर दिल्ली की जीत में बेहद अहम साबित हुए.
मयंक अग्रवाल (60 गेंदों में 89 रन) ने तो पंजाब को जीत के मुहाने पर ला खड़ा किया था. लेकिन हुआ कुछ और. आखिरी ओवर में जब पंजाब को जीत के लिए 13 रनों की जरूरत थी तो, स्टोइनस ने 12 रन ही बनने दिए और दो लगातार गेंदों (पांचवीं और छठी) पर क्रमशः मयंक अग्रवाल और क्रिस जॉर्डन को आउट कराया. सबसे बढ़कर जब आखिरी गेंद पर जीत के लिए एक रन चाहिए थो तो स्टोइनस ने जॉर्डन को रबाडा के हाथों लपकवाया, जिससे मैच टाई (दोनों टीमें157/8-157/8) हो गया और मुकाबला सुपर ओवर तक खिंचा.
लेकिन मैच के दौरान एक विवाद भी सामने आया, जो लक्ष्य का पीछा करते हुए पजाब की पारी के दौरान सेकेंड लास्ट ओवर में देखने को मिला. अब सवाल उठने शुरू हो गए है कि क्या मैच को सुपर ओवर में जाना चाहिए था..?
ऐसा तब हुआ, जब 19वां ओवर फेंक रहे रबाडा की तीसरी गेंद को मयंक अग्रवाल कवर क्षेत्र में खेलकर तेजी से दो रन के लिए भागे, लेकिन एक रन ही मिला... क्योंकि पहले रन को फील्ड अंपायर नितिन मेनन ने 'शॉर्ट रन' करार दिया. लेकिन रिप्ले ने अंपायर के इस फैसले पर सवालिया खड़ा कर दिया. फैंस, एक्सपर्ट्स, पूर्व क्रिकेटरों ने इस फैसले को सही नहीं बताया.
पूर्व विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने तो ट्वीट कर इतना तक कह दिया, 'मैन ऑफ द मैच पर मैं सहमत नहीं हूं. जिस अंपायर ने यह शॉर्ट रन दिया उसे मैन ऑफ द मैच होना चाहिए था. शॉर्ट रन नहीं था...और यही अंतर था.'
भारत के पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान ने भी इसी तरह की अपनी राय रखी. उन्होंने लिखा- उस एक शॉर्ट रन कॉल का क्या हुआ..?
सोशल मीडिया पर KXIP के एक प्रशंसक ने लिखा- जब तकनीकी साक्ष्य हमारे सामने हैं, शॉर्ट रन में सुधार कर मैच के नतीजे को बदल दिया जाना चाहिए, खेल भावना को देखते हुए ऐसा करना चाहिए... कृपया मैच का परिणाम बदल दें.
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