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भारत

LAC पर कैसे हैं हालात, बढ़ा चीनी मोबाइल कंपनियों का कारोबार, सुनें 'आज का दिन'

लॉकडाउन और चीन के साथ विवाद के बीच इन चीनी कंपनियों के मोबाइल्स का बाज़ार कमजोर नहीं पड़ा बल्कि बढ़ ही गया. हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'वोकल फॉर लोकल' के बाद इस सेक्टर के लिए फिर एक उम्मीद बंधी है.

चीन के साथ विवाद के चल रहा है. आज तक रेडियो संवाददाता मंजीत नेगी इन दिनों लद्दाख में हैं और चीन के साथ सीमा पर तनाव से जुड़ी ख़बरों पर नज़र बनाए हुए हैं. बीते दिन वे दौलत बेग ओल्डी के पास चुमार और डेमचोक इलाक़े में चल रही भारतीय सेना की गतिविधियों को क़रीब से देखने पहुंचे. यहां तक का सफ़र उनका कैसा रहा है और सेना किस तरह हर मुश्किल से निपटने के लिए तैयारी कर रही है.

साल 2014 में चीनी स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों ने भारत के बाजार में दस्तक दी थी. कीमत कम होने और ज्यादा फीचर की वजह से लोगों ने इन स्मार्टफोन को हाथों-हाथ लिया. फिर Micromax, Lava, Intex, Karbonn जैसी भारतीय स्मार्टफोन कंपनियों का बाजार खत्म होता चला गया. अब भारतीय मोबाइल फोन बाजार में चीनी मोबाइल कंपनियों की बड़ी हिस्सेदारी है. लॉकडाउन और चीन के साथ विवाद के बीच इन चीनी कंपनियों के मोबाइल्स का बाज़ार कमजोर नहीं पड़ा बल्कि बढ़ ही गया. हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'वोकल फॉर लोकल' के बाद इस सेक्टर के लिए फिर एक उम्मीद बंधी है. तो 'वोकल फॉर लोकल' में वे कौन से फैक्टर हैं जो भारतीय कंपनियों का बाज़ार दोबारा से स्थापित करने में मदद करेंगे?

अभी आप गूगल अगर मेघालय बाढ़ सर्च करेंगे तो आपको गूगल सामान्य से ज़्यादा बाढ़ की चेतावनी का अलर्ट दिखाएगा. साथ ही गूगल इस बात का अनुमान भी जता रहा है कि यहां आज शाम तक 33 सेमी जलस्तर ब्रह्मपुत्र का बढ़ सकता है. असम बाढ़ डाल कर सर्च करेंगे तो गंभीर बाढ़ की चेतावनी दिखाई देगी. यहां बीते 4 महीने से बाढ़ के हालात बने हुए हैं. बारिश के बाद अब धीरे-धीरे मेघालय में भी हालात बिगड़ते जा रहे हैं. इन दोनों ही राज्यों में बाढ़ की स्थिति कैसी है?

बैंकिंग सिस्टम में फ्ऱॉड के मामलों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. बैंक्स की ओर से इन्हें रोकने के लिए आए दिन कुछ न कुछ नए तरीक़े लाती रहती हैं. अब रिज़र्व बैंक ने पॉजिटिव पे सिस्टम के तहत  चेक को लेकर नए नियमों की घोषणा की है. ये नियम अगले साल की पहली तारीख़ से लागू हो जाएंगे. क्या हैं ये नियम? और इसके अलावा देश विदेश के अख़बारों का हाल और आज के दिन इतिहास के नाम क्या क्या दर्ज है सुनिए आज तक रेडियो के सुबह के न्यूज़ बुलेटिन 'आज का दिन' में अमन गुप्ता के साथ.

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