हाथरस गैंगरेप कांड की विशेष जांच दल (एसआईटी) ने जांच शुरू कर दी है. गृह सचिव भगवान स्वरूप की अगुवाई में आज एसआईटी की टीम चंदपा के उसी गांव में पहुंची, जहां की पीड़िता रहने वाली थी. एसआईटी ने पीड़िता के परिवार से मुलाकात की. इस दौरान गृह सचिव भगवान स्वरूप ने दावा किया कि हम समय से अपनी जांच रिपोर्ट सौंप देंगे.
गृह सचिव भगवान स्वरूप ने कहा कि शुरुआती जांच शुरू कर दी गई है, लेकिन इसमें समय लगेगा. हमें सात दिन की मोहलत दी गई है. हम समय से अपनी जांच रिपोर्ट सौंप देंगे. एसआईटी की अध्यक्षता गृह सचिव भगवान स्वरूप कर रहे हैं, जबकि डीआईजी चंद्र प्रकाश और आईपीएस पूनम इसकी सदस्य हैं.
मीडिया को गांव से 1.5 किलोमीटर दूर ही रोक दिया गया है. एसआईटी की टीम गांव में मौजूद है और पड़ताल कर रही है. गांव में तीन पुलिसकर्मियों में कोरोना का सिम्टम्स मिला है. इस वजह से उन्हें क्वारनटीन कर दिया गया है. मौके पर भारी पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है.
गौरतलब है कि हाथरस में चंदपा की गैंगरेप पीड़िता का उसके गांव बूलगढ़ी में बुधवार तड़के कड़ी सुरक्षा में अंतिम संस्कार कर दिया गया था. इससे पहले शव को घर की जगह अंत्येष्टि स्थल पर ले जाने को लेकर गांव में विरोध शुरू हो गया था. परिजन एंबुलेंस के आगे लेट गए थे. उनकी मांग थी कि शव को पहले घर पर ले जाया जाए.
रात करीब सवा दो बजे तक मान-मनौव्वल का दौर चलता रहा. बाद में पुलिस प्रशासन ने बलपूर्वक एंबुलेंस के सामने लेटी महिलाओं को हटाया. इस दौरान धक्कामुक्की और खींचतान भी हुई. वहां पर चीख-पुकार मचने लगी. इसके बाद शव को श्मशान ले जाया गया और करीब ढाई बजे बिना परिवार की मर्जी के बिटिया के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया.
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