बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में सख्ती के चलते मुंगेर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने नकली अंग्रेजी शराब की फैक्ट्री का खुलासा किया है. गांव में हर घर के पीछे एक झोपड़ी बनाई गई थी. झोपड़ी में ही शराब को बनाने का काम चलता था. इस दौरान 377 लीटर नकली अंग्रेजी शराब, 85 लीटर देशी शराब और मास्टरमाइंड सहित 15 लोग गिरफ्तार किए गए हैं. (इनपुट- गोविंद कुमार)
मामला बरियारपुर प्रखंड के हरिनमार के डुमरिया टोला का है. जहां अंग्रेजी शराब बनाए जाने की सूचना पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह को मिली थी. लिपि सिंह ने बताया कि दो हफ्ते से जिला आसूचना इकाई की टीम काम कर रही थी. नकली शराब बनाने वालों के बारे में जानकारियां जुटाने का काम चल रहा था.
करीब 48 घरों की तलाशी ली गई जिसके बाद बड़े पैमाने पर शराब बनाए जाने के खेल का खुलासा हुआ. मनीष पटेल ही इस गोरखधंधे का मास्टरमाइंड है. उसी ने शराब बनाने की फैक्ट्री लगा रखी थी. गांव के लोगों को रुपए का लालच देकर इस धंधे में शामिल किया गया था.
मुंगेर पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के दौरान 377 लीटर नकली शराब बरामद की गई. इसके अलावा हथियारों की बरामदगी भी हुई है. पुलिस ने एक कार्बाइन, एक देशी राइफल, लंबे बैरल की दो देसी पिस्टल, एक कट्टा, 34 गोलियां बरामद की हैं.
1.69 लाख रुपए नगद भी बरामद हुए हैं. हरिनमार थाना में एफआईआर दर्ज की गई है. सभी 15 लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. मास्टरमाइंड मनीष पटेल गांव के कुछ घरों को सेफ जोन के तौर पर विकसित कर लिया था.
हर घर के पीछे एक झोपड़ी बनाई गई थी और झोपड़ी में ही शराब को बनाने का काम चलता था. कहीं बोतलों की सफाई होती थी तो कहीं बोतलों में शराब भरकर फिर दूसरी जगह पर स्टिकर लगाकर पैक किया जाता था.
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