मध्य प्रदेश के उज्जैन में कथित रूप से जहरीली शराब से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. गुरुवार की देर शाम तक मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 12 तक पहुंच गया है. गुरुवार की शाम को ही उज्जैन पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी यूनुस को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी यूनुस को उस समय पकड़ा गया, जब वह बस में बैठकर उत्तर प्रदेश भागने की तैयारी में था.
पुलिस मुख्य आरोपी युनूस से पूछताछ कर रही है. गौरतलब है कि बुधवार की सुबह सात मजदूरों की मौत हो गई थी. राज्य सरकार ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए थे. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन का ऐलान कर दिया था. सीएम शिवराज ने कहा था कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
इस मामले में लापरवाही बरतने के लिए इलाके के थाना प्रभारी को निलंबित किया जा चुका है. फिलहाल, इस मामले में दो अन्य आरोपी गब्बर और सिकंदर फरार हैं. फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 10-10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया है. इसके अलावा पुलिस आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत कार्रवाई करने की भी बात कही है.
मजदूरों की मौत के बाद उज्जैन का जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया है. जिला प्रशासन ने शहर के कई इलाकों में मेडिकल की कई दुकानों पर भी छापेमारी कर तलाशी ली. प्रशासन ने ऐसे मेडिकल स्टोर के रिकॉर्ड भी खंगाले, जहां स्प्रिट बेची जाती है.
घटना पर कमलनाथ ने बनाया कांग्रेस जांच दल
उज्जैन की घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस विधायकों का जांच दल बनाया है. पूर्व सीएम ने कहा कि यह जांच दल मौके पर जाकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेगा. इस मामले की जांच कर यह दल कमलनाथ को रिपोर्ट सौंपेगा.
इस जांच दल में विधायक महेश परमार, मनोज चावला, दिलीप गुर्जर, मुरली मोरवाल शामिल हैं. कमलनाथ ने कहा कि उनकी सरकार में माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाया गया था लेकिन कांग्रेस सरकार जाते ही माफिया बेखौफ होकर सक्रिय हो गए हैं.
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