बीते कारोबारी दिन की भारी बिकवाली के बाद शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार की मजबूत शुरुआत हुई. शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 300 अंक से ज्यादा की बढ़त के साथ एक बार फिर 40 हजार अंक के पार पहुंच गया. वहीं, निफ्टी की बात करें तो 11,800 अंक के स्तर पर कारोबार करता दिखा. हालांकि, कुछ देर बाद ही शेयर बाजार में उतार चढ़ाव भी देखने को मिला और सेंसेक्स-निफ्टी लाल निशान पर कारोबार करने लगे.
इस दौरान बैंकिंग, ऑटो और पीएसयू कंपनियों के शेयर में तेजी रही. आपको बता दें कि गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार ने बीते 10 दिन की कुल बढ़त गंवा दी. सेंसेक्स 1066 अंक यानी 2.61 फीसदी लुढ़का तो वहीं निफ्टी की बात करें तो इसमें 291 अंक या 2.43 फीसदी की गिरावट रही. इस गिरावट की वजह से बीएसई इंडेक्स पर निवेशकों को 3 लाख करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ.
लक्ष्मी विलास बैंक को 500 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी
नकदी संकट से जूझ रहे लक्ष्मी विलास बैंक (एलवीबी) को उसके निदेशक मंडल ने राइट्स इश्यू से 500 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी दे दी है. शेयर बाजारों को भेजी सूचना में एलवीबी ने कहा कि उसके निदेशक मंडल की 15 अक्टूबर को हुई बैठक में राइट्स इश्यू के जरिये 500 करोड़ रुपये तक जुटाने की मंजूरी दे दी. निजी क्षेत्र के बैंक ने पिछले सप्ताह सूचित किया था कि उसे गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी क्लिक्स ग्रुप से विलय के लिए गैर-बाध्यकारी पेशकश मिली है.
पीएसीएल मामले में निवेशकों को सेबी ने दिया मौका
इस बीच, पीएसीएल मामले में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की एक उच्च अधिकार प्राप्त समिति ने निवेशकों को उनके 7,000 रुपये तक के दावे वाले आवेदन में 31 अक्टूबर तक गलतियां सुधारने का मौका दिया है. सेबी की यह समिति निवेशकों के रिफंड की गतिविधियां देख रही है. सेबी ने कहा कि इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए एक पोर्टल चालू किया गया है.
पीएसीएल के निवेशक इस पोर्टल पर उनके दावा आवेदन की मौजूदा स्थिति देख सकते हैं. बता दें कि पीएसीएल ने लोगों से कृषि और रीयल एस्टेट कारोबार के नाम पर धन जुटाया था.सेबी ने कंपनी को 18 साल में गैरकानूनी सामूहिक निवेश योजना के माध्यम से 60,000 करोड़ रुपये जुटाने का दोषी पाया. सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति आर. एम. लोढ़ा की अध्यक्षता वाली इस समिति को पीएसीएल के निवेशकों का धन लौटाने की गतिविधि के प्रबंधन का जिम्मा दिया गया.
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