कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी नेता) तेजस्वी यादव ने आज बिहार के नवादा में चुनावी रैली को संबोधित किया. राहुल गांधी ने चीन की ओर से किए गए अतिक्रमण और प्रवासी मजदूरों का मसला उठाया तो तेजस्वी यादव ने लोगों को रोजगार देने का वादा किया. राहुल की यह पहली चुनावी रैली थी.
राहुल गांधी ने कहा कि जब बिहार के युवा सैनिक शहीद हुए, उस दिन हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री ने क्या कहा और क्या किया, सवाल ये है. लद्दाख मैं गया हूं, लद्दाख में हिंदुस्तान की सीमा पर बिहार के युवा अपना खून-पसीना देकर जमीन की रक्षा करते हैं. चीन ने हमारे 20 जवानों को शहीद किया और हमारी जमीन पर कब्जा किया, लेकिन प्रधानमंत्री ने झूठ बोलकर हिंदुस्तान की सेना का अपमान किया.
प्रवासी मजदूरों के पलायन का मसला उठाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पलायन कर रहे प्रवासी मजदूरों की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मदद नहीं की. यही सच्चाई है. मुझे पूरा भरोसा है कि इस बार बिहार सच्चाई को पहचानने जा रहे हैं. इस बार बिहार नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार को जवाब देने जा रहा है.
रैली को संबोधित करते हुए आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि 15 साल नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं, उनकी डबल इंजन की सरकार है, लेकिन थाने और ब्लॉक में बिना भ्रष्टाचार के कोई काम नहीं होता है. जो रोजगार था, उसको पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार ने छीन लिया. कोरोना काल में सीएम नीतीश कुमार अपने आवास में थे, लेकिन बाहर नहीं निकले.
केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार का 18 जिला बाढ़ में डूबा रहा, लेकिन सेंट्रल की टीम भी नहीं आई. कोई नहीं देखने आया. नीतीश जी 144 दिन तक घर के अंदर रहे, लेकिन अब वोट चाहिए तो बाहर निकल रहे हैं. नीतीश कुमार पलायन को रोक नहीं पा रहे हैं. बिहार का अरबों रुपया बाहर जा रहा है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार कहते हैं कि रोजगार देने के लिए पैसा कहां से आएगा. बिहार का बजट 2 लाख 13 हजार करोड़ है, नीतीश जी केवल 60 फीसदी खर्च कर पाते हैं. बाकी 80 हजार करोड़ तो है ही. इस पैसे से लोगों को रोजगार दें. हमारी सरकार बनी तो हम तुरंत 10 लाख सरकारी नौकरी देंगे.
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