अलवर जिले में एक शराब के ठेके में शनिवार रात आग लगने से यहां कार्यरत सेल्समैन की जिंदा जलकर मौत हो गई. मृतक के परिजनों ने एफआईआर दर्ज कराई है, जिसमें आरोप लगाया है कि युवक कमल किशोर ने सैलरी मांगी थी तो ठेकेदार ने पहले उसे ठेके में फ्रीजर में बंद कर दिया फिर सुनियोजित तरीके से आग लगाकर उसे जिंदा जलाकर मार डाला.
जानकारी के अनुसार, झाड़का के रहने वाले रूपसिंह ने खैरथल थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उसका छोटा भाई कमल किशोर (22) शराब के ठेके पर काम करता था. ठेकेदार सुभाष और राकेश यादव शनिवार शाम कमल किशोर को बुलाकर ले गए थे और रात में पेट्रोल छिड़ककर दुकान को आग के हवाले कर दिया जिससे कमल किशोर की अंदर ही जिंदा जलने से मौत हो गई.
सुबह आग की सूचना पर सभी वहां पहुंचे तो देखा कि शटर बंद था. शटर खोला तो अंदर का दृश्य देखकर रोंगटे खड़े हो गए. पूरी दुकान जली हुई थी और उसका भाई डीप फ्रिज के अंदर मृत पड़ा था.
मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को खैरथल सैटेलाइट हॉस्पिटल में रखवाया जहां परिजन ठेकेदार की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे. उनसे दिन भर विवाद के बाद शाम को पुलिस की समझाइश करने के बाद मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करा शव परिजनों को सौंपा गया. खैरथल थाने में एफआईआर नंबर 405/20 आईपीसी की धारा 302, 436, 120 बी व 3(2)(v) एससी-एसटी के तहत दर्ज की गई है.
मृतक के भाई रूपसिंह ने बताया कि कमल किशोर करीब 5 महीने से ठेके पर सेल्समैन का काम कर रहा था. इस बीच वह पहली बार ही ठेके पर रात को रुका था.
उसकी पिछली सैलरी बकाया थी इसलिए वह घर पर आ गया था. शाम को ठेकेदार और उसके साथी घर पर आए और कमल किशोर को अपने साथ ले गए थे.
शराब के ठेके में आग लगने के बाद से ही ठेकेदार सुभाष और राकेश यादव फरार हैं. दुकान में लाखों का माल जलने के बाद भी वे सामने नहीं आए और हत्या के आरोप के बाद भी पुलिस ने उनकी तलाश नहीं की. पुलिस का कहना है कि मौके पर एफएसएल टीम बुलाकर जांच कराई जाएगी. मामले में और साक्ष्य जुटाने के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी.
थानाधिकारी खैरथल धारा सिंह ने बताया कि मृतक के परिजनों ने ठेकेदार सुभाष यादव के खिलाफ जला कर मारने का मामला दर्ज कराया है. रिपोर्ट के आधार पर हत्या और एससी/एसटी एक्ट में मामला दर्ज कर जांच की जा रही है. दुकान की चाबी मृतक के पास ही मिली है. मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया है.
Comments
Leave Comments