कानपुर में एक 6 साल की बच्ची की हत्या पर पुलिस द्वारा किए गए खुलासे पर परिजनों ने ही सवाल खड़े कर दिए हैं. पुलिस का कहना है कि दो युवकों ने रेप के प्रयास में उसकी हत्या की. हालांकि बच्ची के परिजनों ने पुलिस के दावे को झूठा बताया है. उनका कहना है कि बच्ची की बलि दी गई है. खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञाल लिया था. पुलिस खुलासे पर सवाल उठाए जा रहे हैं. अधिकारी भी बच्ची के घर मुआवजे की जानकारी देने के लिए रात को ही पहुंच गए.
दिवाली की रात गायब हो गई थी बच्ची
दरअसल, दिवाली की रात कानपुर में 6 वर्षीय दलित बच्ची की हत्या को लेकर पुलिस ने परिजनों के दावे से हटकर खुलासा किया है. डीआईजी प्रतिविंदर सिंह ने अंकुर कुरील और वीरेंद्र कुरील नाम के दो युवकों की फोटो जारी करके दावा किया है कि बच्ची की हत्या इन दोनों ने ही की है. ये उसको चिप्स दिलाने के बहाने ले गए थे. वहां रेप करने का प्रयास किया उसी दौरान बच्ची की हत्या कर दी. दोनों ने अपना जुर्म कबूल भी कर लिया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया मामले पर संज्ञान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद इस मामले में संज्ञान लिया है. जिसके बाद से पूरे कानपुर प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. रविवार की रात को ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी बच्ची के घर पहुंचकर उनको मुआवजा देने की जानकारी दी. बता दें कि सीएम ने परिजनों को 5 लाख सहायता का ऐलान किया है. शनिवार को दिवाली की रात बच्ची गायब हो गई थी. उसके बाद बच्ची की लाश गांव के मंदिर के पास से मिली. इसी कारण बच्ची के परिजनों ने तंत्र मंत्र के लिए बलि का आरोप लगाया था. साथ ही परिजनों ने पुलिस के दावे को झूठा ठहराया है. परिजनों का कहना है कि बच्ची की बलि दी गई है उसके साथ रेप वेप कुछ नहीं हुआ पुलिस झूठ बोल रही है.
वैसे पुलिस का दावा भी जल्दबाजी का पिटारा लगता है क्योकि बगैर पोस्टमार्टम रिपोर्ट के पुलिस ने पहले ही कैसे रेप के प्रयास का दावा कर दिया दूसरे जिन आरोपियों के कबूलनामे का दावा किया उनकी भी मीडिया को सिर्फ फोटो भेजी गई. अब सबसे बड़ा सवाल खुद डीआईजी के बयान से ही खड़ा हो रहा है वो कह रहे हैं कुछ और लोगो से भी परिजनों की शिकायत पर पूछताछ की जा रही है. अब अगर मामला रेप से जुड़ा था दोनों आरोपी गिरफ्तार हैं तो फिर बाकी लोगों से किस बात की पूछताछ.
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