स्टोरी हाइलाइट्स
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुशासन के दावे करते हैं. नीतीश कुमार अपराध और अपराधियों पर सख्ती की बात करते हैं, लेकिन बिहार के अपराधी बेखौफ हैं. बिहार राज्य अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े इसकी गवाही दे रहे हैं. ब्यूरो की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में इस साल जनवरी से सितंबर के बीच 2406 लोगों की हत्या हुई है. रेप के भी 1106 मामले दर्ज हुए हैं.
ये आंकड़े बताते हैं कि पिछले 9 महीने में अपराध के ग्राफ में किस तरीके से निरंतर तेजी देखने को मिली है. बिहार में हर दिन नौ हत्या और रेप की चार घटनाएं घटित हो रही हैं. हत्या के मामलों पर नजर डालें तो सबसे ज्यादा घटनाएं राजधानी पटना में हुई हैं, जहां 9 महीने में 159 लोगों की हत्या हुई है. दूसरे नंबर पर गया जिला है, जहां 138 हत्याएं हुई हैं. इसी अवधि में 134 हत्याओं के साथ मुजफ्फरपुर तीसरे नंबर पर है.
बिहार में अपराध की बढ़ती हुई घटनाओं को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी ट्वीट कर सरकार पर हमला बोला है. तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर गृह मंत्री का इस्तीफा मांगा है. तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा है कि बिहार में प्रतिदिन हो रही सैकड़ों हत्याएं, लूट, अपहरण और रेप की घटनाएं ही भाजपा नीत सरकार की मुख्य उपलब्धियां हैं. गृह मंत्री इस्तीफा दें.
वहीं, दूसरी तरफ बढ़ते अपराध को लेकर पुलिस के अपने तर्क हैं. पुलिस का कहना है कि राज्य में हत्या के जो मामले सामने आए हैं, उनमें से अधिकतर घटनाओं के पीछे जमीनी विवाद या आपसी रंजिश वजह है. रेप के आंकड़ों पर नजर डालें तो हर दिन चार महिलाओं के साथ रेप की घटनाएं घटित हो रही हैं. गौरतलब है कि गुरुवार को भी भोजपुर जिले में एक आरजेडी नेता की हत्या और कैमूर में एक 4 साल की बच्ची के साथ बलात्कार की घटना सामने आई थी.
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