स्टोरी हाइलाइट्स
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वैक्सीन की पहली खेप पहुंच गई है. इसी के साथ 16 जनवरी से शुरू हो रहे देशव्यापी कोरोना वैक्सीनेशन के अभियान का काउंटडाउन भी शुरू हो गया है. पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से मंगलवार को ही देश के अलग-अलग हिस्सों में वैक्सीन सप्लाई का सिलसिला शुरू हुआ है.
मंगलवार तड़के ही स्पेशल फ्लाइट में पुणे से वैक्सीन की सप्लाई शुरू हुई, जो करीब दस बजे दिल्ली के एयरपोर्ट पर पहुंची. अब इन्हें यहां से कोल्ड स्टोरेज में रखा जाएगा और जब वैक्सीनेशन की शुरुआत होगी, तब टीकाकरण केंद्र पहुंचाया जाएगा.
दिल्ली एयरपोर्ट से जब वैक्सीन को सेंटर्स पर पहुंचाया जाएगा, तब दिल्ली पुलिस की ओर से स्पेशल सुरक्षा दी जाएगी. वैक्सीन वाले कंटेनर्स को स्पेशल क्लियरंस दिया गया है. दिल्ली में जो वैक्सीन की खेप आई है, उसका एक हिस्सा करनाल भी जाएगा. इस दौरान दिल्ली पुलिस पूरी सुरक्षा को मुहैया कराएगी. इसके अलावा एक खेप दिल्ली के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में पहुंचेगी.
दिल्ली एयरपोर्ट पर कोरोना वैक्सीन की पहली खेप पहुंची.
आपको बता दें कि भारत सरकार ने बीते दिन ही सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को 1.1 करोड़ डोज का आधिकारिक ऑर्डर दिया था. जिसके बाद मंगलवार से ही वैक्सीन की सप्लाई शुरू हुई है, सीरम इंस्टीट्यूट से देश के 13 स्थानों पर ये वैक्सीन की सप्लाई की जा रही है. इनमें दिल्ली, गुजरात जैसे राज्य भी शामिल हैं.
दिल्ली एयरपोर्ट की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हमारे पास -20 डिग्री से +25 डिग्री सेल्सियस तक तापमान की क्षमता है. दोनों टर्मिनल पर एक दिन में 5.7 मिलियन डोज रखने की क्षमता है. एयरपोर्ट की ओर से सरकार, एजेंसियां, एयरलाइंस और अन्य सभी स्टेकहोल्डर के साथ संपर्क किया गया है और वैक्सीनेशन के काम में अहम रोल निभाने के लिए तैयारी की गई है.
आपको बता दें कि सीरम इंस्टीट्यूट से स्पेशल कंटेनर में इन वैक्सीन को रवाना किया जा रहा है, जिसपर जीपीएस लगा हुआ है. साथ ही इन कंटेनर के साथ पुलिस भी चल रही है. अभी सरकार की ओर से शुरुआत में जो 1.1 करोड़ डोज का ऑर्डर दिया गया है, उसकी सप्लाई शुरू हो गई है. इसके अलावा आगे की प्रक्रिया भी जारी है.
देश में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन का काम शुरू होना है. शुरू में 3 करोड़ कोरोना वॉरियर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन का डोज लगेगा, जिसका खर्च केंद्र सरकार उठाएगी. इसके बाद 27 करोड़ उन लोगों का नंबर आएगा, जिनकी उम्र 50 वर्ष से अधिक है या फिर कोई गंभीर बीमारी है.
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