नई दिल्ली: जब पूरा अमेरिका अपने नए राष्ट्रपति जो बाइडेन के लिए तैयार हो रहा था. उस समय डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस से विदा हो रहे थे. ट्रंप चाहते थे कि उनका विदाई समारोह भी उतना ही शानदार हो, जितने भव्य तरीके से जो बाइडेन का शपथ ग्रहण हुआ. हालांकि उनकी ये इच्छा पूरी नहीं हो पाई. अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को अंतिम बार व्हाइट हाउस से निकले. साथ में उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप भी थीं. लेकिन उस समय ट्रंप के सबसे करीबी नेताओं में एक उनके उप-राष्ट्रपति माइक पेंस भी वहां पर मौजूद नहीं थे. माइक पेंस, जो बाइडेन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल थे.
इसके बाद डोनाल्ड ट्रंप हेलीकॉप्टर से वॉशिंगटन डीसी के पास एक मिलिट्री एयर बेस पर पहुंचे. यहीं पर ट्रंप का विदाई समारोह हुआ. ट्रंप चाहते थे कि उनके सम्मान में एक शानदार मिलिट्री परेड हो और वहां पर बड़ी संख्या में उनके समर्थक मौजूद रहे. लेकिन काफी कोशिशों के बाद भी उनकी टीम यहां पर ट्रंप के ज्यादा समर्थकों को इकट्ठा नहीं कर पाई. हालांकि इस मिलिट्री एयर बेस पर ट्रंप को 21 तोपों की सलामी दी गई और इन तस्वीरों को देखकर शायद ट्रंप के लिए हार का दुख कुछ कम हो गया होगा.
अमेरिका में एक परंपरा है कि वहां पर आउटगोइंग प्रेसीडेंट को एयर फोर्स वन में अंतिम बार यात्रा करने का मौका मिलता है. इसका मतलब है कि नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण के बाद भी पुराने राष्ट्रपति को इस आधिकारिक विमान से यात्रा का अधिकार मिलता है. ट्रंप ने अपनी इस यात्रा की तैयारी पहले ही कर ली थी और जो बाइडेन के शपथ ग्रहण से पहले ही ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में ही फ्लोरिडा तक की अपनी यात्रा पूरी की और अब ट्रंप, फ्लोरिडा में ही रह सकते हैं.
इस यात्रा से पहले ट्रंप ने इस बात के भी संकेत दिए कि वो वर्ष 2024 में फिर से राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ सकते हैं. आज आपको ट्रंप की नई राजनीतिक पारी के बारे में भी आपको बताएंगे.
अब डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी नई पॉलिटिकल पार्टी बनाने की घोषणा की है. जिसका नाम होगा Patriot Party यानी देशभक्त पार्टी. वर्ष 2017 में राष्ट्रवाद के सहारे ही ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति बने थे. लेकिन इस पार्टी के नाम से जुड़ी कहानी भी हैरान करने वाली है. वर्ष 1960 के दशक में अमेरिका में Patriot Party नाम का एक समाजवादी संगठन था, लेकिन उनका ट्रंप की इस नई पार्टी से कोई संबंध नहीं है.
अमेरिका में दो मुख्य राजनीतिक दल हैं. इनके नाम हैं, रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक. राष्ट्रपति चुनाव में इन्हीं दोनों पार्टियों में से किसी एक उम्मीदवार की जीत होती है. वर्ष 1850 के बाद से अमेरिका के चुनावों में किसी तीसरी पार्टी को बड़ी सफलता नहीं मिली है. यानी वर्ष 2024 में ट्रंप अगर दोबारा अमेरिका के राष्ट्रपति बनना चाहते हैं, तो उन्हें 171 वर्षों का इतिहास बदलना होगा.
ट्रंप की समस्याएं सिर्फ इतनी ही नहीं हैं, रिटायरमेंट के बाद वो कहां रहेंगे, अब इस पर भी विवाद शुरू हो गया है.
फ्लोरिडा में एक गोल्फ रिसॉर्ट है, जिसका नाम है- Mar-A-Lago. वर्ष 1985 में ट्रंप ने इस रिसॉर्ट को खरीदकर इसे प्राइवेट बना दिया था. अब वो इसी में रहना चाहते हैं, लेकिन वहां के कानूनों के मुताबिक ऐसे किसी प्राइवेट क्लब में स्थायी तौर पर रहना संभव नहीं है.
फ्लोरिडा में एयर फोर्स वन विमान से उतरने के बाद डोनाल्ड ट्रंप अपने समर्थकों का अभिवादन करने के लिए रुक गए. लेकिन मेलानिया ने उनका इंतजार तक नहीं किया और वो आगे जाकर गाड़ी में बैठ गईं. इसे देखकर ऐसा लगा, मानो एक एक करके सभी लोग ट्रंप से परेशान हो चुके हैं.
कुल मिलाकर देखें, तो अमेरिका के लोगों को ट्रंप के व्यवहार से बड़ी निराशा हुई और मेलानिया ट्रंप ने भी फर्स्ट लेडी का कर्तव्य नहीं निभाया. अमेरिका में एक परंपरा है, जिसके मुताबिक मेलानिया को फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन को व्हाइट हाउस में आमंत्रित करके, उन्हें वहां का एक टूर करवाना चाहिए था. लेकिन मेलानिया ने ऐसा नहीं किया और 100 वर्षों से भी ज्यादा पुरानी परंपरा को तोड़ दिया.
वर्ष 2017 में मिशेल ओबामा ने व्हाइट हाउस में मेलानिया ट्रंप का स्वागत किया था. उस समय डोनाल्ड ट्रंप ने बराक ओबाम के बारे में कई आपत्तिजनक बयान भी दिए थे. इसके बाद भी मिशेल ओबामा ने इस परंपरा का पालन किया था.
आप सोच रहे होंगे कि राष्ट्रपति पद से रिटायर होने के बाद ट्रंप को कितनी पेंशन मिलेगी और क्या सुविधाएं मिलेंगी-
- अमेरिका के राष्ट्रपति को हर महीने 1 करोड़ 61 लाख रुपए से ज्यादा पेंशन मिलती है. हालांकि ट्रंप का नेट वर्थ 18 हजार करोड़ रुपए से अधिक है और वो ऐसी किसी पेंशन के मोहताज नहीं हैं.
- भारत में पूर्व राष्ट्रपति को उनके वेतन का 50 प्रतिशत दिया जाता है. अभी भारत के राष्ट्रपति का वेतन 5 लाख रुपए है और इस वेतन से रिटायर होने वाले राष्ट्रपति को ढाई लाख रुपए की पेंशन मिलेगी.
- अमेरिका में पूर्व राष्ट्रपति को घर नहीं मिलता है. हालांकि उन्हें फुली फर्निश्ड ऑफिस और स्टाफ के लिए वेतन मिलता है. लेकिन ट्रंप के पास अमेरिका में उनके पास कई शानदार घर हैं, इसलिए उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
- भारत में भी पूर्व राष्ट्रपति को फुली फर्निश्ड घर मिलता है और इसके लिए उन्हें किसी प्रकार का कोई रेंट भी नहीं देना होता है.
- अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति को हर वर्ष यात्रा के लिए 7 करोड़ 29 लाख रुपए से ज्यादा मिलते हैं. लेकिन भारत में पूर्व राष्ट्रपति के लिए ऐसा कोई नियम नहीं है. हालांकि उन्हें भारत में कहीं भी हवाई या रेल यात्रा में सबसे बेहतर क्लास में यात्रा की छूट मिलती है.
- और अमेरिका के राष्ट्रपति को जीवन भर सीक्रेट सर्विस की सुरक्षा मिलती है, जबकि भारत में किसी भी राष्ट्रपति के लिए खतरे का अनुमान लगाकर ही उनको सुरक्षा दी जाती है.
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