प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इकोनॉमी को बूस्टर डोज के तौर पर 20 लाख करोड़ के पैकेज का पिछले हफ्ते ऐलान किया था. इसके बाद लगातार पांच दिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इससे परदा पूरी तरह से हटा दिया है. इसके बाद शेयर बाजार आज खुला और बाजार लाल निशान में दिख रहे हैं. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स करीब 229 अंकों की गिरावट के साथ 30,869 पर पहुंच गया.
बाजार ने पहले दिखाई थी निराशा
पिछले हफ्ते शुक्रवार से पहले निर्मला सीतारमण दो दिनों में एमएसएमई, रियल एस्टेट, टैक्सपेयर्स, किसान, प्रवासी मजदूर समेत कई वर्ग के लिए बड़े ऐलान कर चुकी थी. लेकिन शुक्रवार को ऐसा लगा कि इन सभी घोषणाओं से शेयर बाजार उत्साहित नहीं है. यही वजह है कि लगातार दूसरे दिन भारतीय शेयर बाजार में सुस्ती बनी रही.
उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी शुक्रवार को मामूली गिरावट के साथ बंद हुए. कारोबार के दौरान 350 से अधिक अंक टूटने के बाद 30 शेयरों वाला सेंसेक्स बाद में नुकसान से काफी हद तक उबरा और अंत में यह 25.16 अंक यानी 0.08 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 31,097.73 अंक पर बंद हुआ. इसी प्रकार, एनएसई निफ्टी 5.90 अंक यानी 0.06 प्रतिशत की गिरावट के साथ 9,136.85 अंक पर बंद हुआ. सप्ताह के दौरान सेंसेक्स 544.97 अंक यानी 1.72 प्रतिशत जबकि निफ्टी 114.65 अंक यानी 1.23 प्रतिशत नीचे आया.
पहले चरण की राहत के बाद बाजार
गुरुवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहत पैकेज का ब्यौरा जनता के सामने रखा था. इस दिन बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 885.72 अंक या 2.77 प्रतिशत के नुकसान से 31,122.89 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान ये 1000 अंक तक लुढ़क गया था. इसी तरह एनएसई निफ्टी 240.80 अंक या 2.57 प्रतिशत के नुकसान से 9,142.75 अंक पर बंद हुआ.
क्या है निराशा की वजह?
बाजार के जानकारों की मानें तो बीते कुछ महीनों की हालत को देखें तो शेयर बाजार को बूस्ट के लिए तत्काल राहत की जरूरत है. ऐसे में निवेशकों को उम्मीद थी कि सीधे तौर पर फायदा पहुंचाया जाएगा. इंडस्ट्री को लग रहा था कि सीधे तौर पर बड़ा आर्थिक पैकेज दिया जाएगा. लेकिन सरकार के दो दिनों के ऐलान से ऐसा लगने लगा है कि कारोबार जगत को सीधे तौर पर राहत नहीं मिलने वाली है.
Comments
Leave Comments