कोरोना संकट काल में वित्त वर्ष 2019-20 की आखिरी तिमाही यानी जनवरी-मार्च तिमाही के जीडीपी आंकड़े आने वाले हैं. इसके साथ ही पूरे वित्त वर्ष 2019-20 में जीडीपी का क्या हाल रहा, इन आंकड़ों की भी जानकारी दी जाएगी. इससे पहले भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली का माहौल है.
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में बड़ी गिरावट देखी गई. सेंसेक्स 300 अंक से अधिक लुढ़क कर 32 हजार अंक के नीचे आ गया तो वहीं निफ्टी भी करीब 80 अंकों के नुकसान में दिख रहा था. आपको बता दें कि गुरुवार को कारोबार के अंत में सेंसेक्स में 595.37 अंक या 1.88 फीसदी की तेजी आई और यह 32,200 अंक पर बंद हुआ.अगर निफ्टी की बात करें तो 175.15 अंक या 1.88 फीसदी की बढ़त के साथ 9,490.10 अंक पर रहा.
दो दिन में 1600 अंक मजबूत हुआ सेंसेक्स
बीते दो दिन यानी बुधवार और मंगलवार के कारोबार में सेंसेक्स 1600 अंक मजबूत हुआ है. वहीं, निफ्टी की बात करें तो ये 9500 अंक के करीब पहुंच गया है. हालांकि, मंगलवार को शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव रहा जबकि सोमवार को ईद की वजह से कारोबार नहीं हुआ.
जीडीपी आंकड़ों में गिरावट की आशंका
बीते वित्त वर्ष 2019-20 की आखिरी तिमाही यानी जनवरी-मार्च तिमाही के जीडीपी आंकड़े को लेकर तमाम तरह की आशंकाएं हैं. इसके अलावा पूरे साल की जीडीपी आंकड़े भी लुढ़क सकते हैं. रेटिंग एजेंसी केयर रेटिंग्स की रिपोर्ट के मुताबिक चौथी तिमाही में विकास दर 3.6 फीसदी रहेगी.
पूरे वित्त वर्ष में विकास दर 4.7 फीसदी रहने का अनुमान है. इसी तरह कई एजेंसियों ने जीडीपी आंकड़ों में गिरावट की आशंका जाहिर की है. यही वजह है कि निवेशकों के बीच आशंका बनी हुई है. आपको बता दें कि भारत के व्यापार पर कोरोना का असर फरवरी महीने से ही दिखने लगा था.
वोडा-आइडिया में 6 फीसदी की बढ़त
इस बीच टेलीकॉम कंपनी वोडा-आइडिया के शेयर में 6 फीसदी की बढ़त देखने को मिली. दरअसल, खबर है कि दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनी गूगल वोडाफोन-आइडिया में निवेश कर सकती है. रिपोर्ट्स के मुताबिक वोडाफोन-आइडिया में गूगल 5 फीसदी हिस्सेदारी लेने पर विचार कर रही है. अगर यह डील होती है तो फिर वित्तीय संकट से गुजर रही वोडाफोन-आइडिया को बड़ी राहत मिल जाएगी.
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