एकतरफ अनलॉक-1 लागू होने के साथ पूरी दिल्ली खुल गई है, लेकिन दिल्ली के साथ ही दौड़ने लगा है कोरोना. दिल्ली में कोरोना की रफ्तार बेकाबू हो गई है. दिल्ली में कुल मरीजों का आंकड़ा 20 हजार के पार चला गया है. इस वजह से दिल्ली ने सभी बॉर्डर सील कर दिए हैं. इसका कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) विरोध कर रही है.
दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की संख्या 20 हजार 834 हो गई है. पिछले चौबीस घंटे में दिल्ली में कोरोना के 990 मामले सामने आए हैं. पिछले चौबीस घंटे में ही दिल्ली में 50 लोगों की मौत रिपोर्ट हुई है. दिल्ली में अबतक कोरोना संक्रमण से 523 लोगों की मौत हो चुकी है. पिछले कुछ दिनों से हर रोज एक हजार के करीब नए मामले सामने आ रहे हैं.
दिल्ली में बढ़ रहे संक्रमण के कारण गाजियाबाद, नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम से लगे बॉर्डर को सील कर दिया गया है. दरअसल, दिल्ली में जितने कोरोना केस हैं, उतने इन चार शहरों को मिलाकर भी केस नहीं हैं. यही वजह है कि पहले इन शहरों ने अपने बॉर्डर सील किए थे. अब दिल्ली सरकार ने बॉर्डर सील करने का फैसला ले लिया.
गाजियाबाद और नोएडा में सोमवार को भी नए मामले सामने आए थे. अब नोएडा में कुल केस की संख्या 484 है, जिसमें 152 एक्टिव हैं, जबकि गाजियाबाद में कुल केस की संख्या 328 है, जिसमें 113 एक्टिव हैं. नोएडा प्रशासन का दावा है कि पिछले 20 दिनों में आए 42 फीसदी नए केस का दिल्ली कनेक्शन सामने आया है.
वहीं, हरियाणा में 1 जून की सुबह 8 बजे तक 2356 कंफर्म केस थे, जिसमें 1076 एक्टिव केस हैं और 1280 लोग ठीक हो चुके हैं. फरीदाबाद में कुल कंफर्म केस की संख्या 392 है, जबकि गुरुग्राम में यह आंकड़ा 903 है. यानी दोनों शहरों में कुल मरीजों का आंकड़ा 1295 है.
गुरुग्राम और फरीदाबाद के कुल कंफर्म केस में अगर नोएडा और गाजियाबाद को जोड़ दें तो आंकड़ा 2 हजार से अधिक हो जाता है. यानी दिल्ली में कुल कंफर्म केस की तुलना में इन चार शहरों में 10 फीसदी कोरोना केस है. यही वजह है कि इन चार शहरों में कोरोना संक्रमण को रोकने की लड़ाई दिल्ली से लड़ी जा रही है.
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