कोरोना संकट काल के बीच अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने अपने देश की इकोनॉमी को लेकर अनुमान जारी किए हैं. इन अनुमानों में यूएस की इकोनॉमी को लेकर चिंता जाहिर की गई है तो वहीं बेरोजगारी और जीडीपी के आंकड़ों में सुधार में लंबा समय लगने की बात कही गई है. यूएस फेड के इस अनुमान के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में घबराहट का माहौल है. इसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी दिख रहा है.
भारतीय बाजार का क्या हाल
सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन की शुरुआत में भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट आई. सेंसेक्स 900 अंक तक लुढ़क कर 33 हजार के नीचे कारोबार कर रहा था तो वहीं निफ्टी 250 अंक से ज्यादा टूटकर 9 हजार 600 के स्तर पर था. इस दौरान बीएसई इंडेक्स के सभी 30 शेयर लाल निशान पर थे. यानी सभी शेयर में बिकवाली आई है. इससे पहले, गुरुवार को सेंसेक्स 708.68 अंक या 2.07 प्रतिशत के नुकसान से 33,538.37 अंक पर बंद हुआ. अगर निफ्टी की बात करें तो ये 214.15 अंक या 2.12 प्रतिशत के नुकसान से 10,000 अंक से नीचे 9,902 अंक पर आ गया.
अमेरिकी बाजार का क्या रहा हाल
गुरुवार के कारोबार में अमेरिकी शेयर बाजार में बड़ी गिरावट आई. कारोबार के अंत में डाउ जोन्स 1,861.82 अंक या 6.90 फीसदी लुढ़क कर 25,128.17 अंक पर रहा. बता दें कि अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेड रिजर्व ने कहा कि 2020 में अमेरिकी अर्थव्यवस्था की ग्रोथ 6.5 फीसदी संकुचित होगी और बेरोजगारी दर साल के अंत तक 9.3 फीसदी रहेगी. इसके साथ ही फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया.
जीएसटी काउंसिल की बैठक से उम्मीद
भारतीय बाजार में जीएसटी काउंसिल की बैठक यानी दोपहर बाद रिकवरी दिख सकती है. दरअसल, माल एवं सेवा कर (जीएसटी) काउंसिल की शुक्रवार को बैठक होने वाली है. इस बैठक में कर राजस्व पर कोविड-19 के प्रभाव पर विचार-विमर्श किए जाने की उम्मीद है. इसके अलावा कुछ अन्य बड़े फैसले लिए जा सकते हैं.
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