किराये पर कन्फ्यूजन जारी, मजदूरों ने कहा- पैसा लिया लेकिन केंद्र कर रहा मना
एक लंबे वक्त के बाद अपने घर वापस लौट रहे प्रवासी मजदूरों के ट्रेन टिकट पर राजनीतिक घमासान मच गया है. कांग्रेस की ओर से मोदी सरकार पर आरोप लगाया गया है, तो भाजपा की ओर से कांग्रेस पर ही पलटवार कर दिया गया है.लॉकडाउन 3.0 की शुरुआत प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के साथ हुई. लंबे समय से की जा रही मांग को जब माना गया तो अपने घर से दूर फंसे लाखों मजदूरों को वापस जाना नसीब हुआ. लेकिन इस बीच किराये को लेकर बड़ा कन्फ्यूज़न पैदा हुआ, विपक्ष ने आरोप लगाया कि मुश्किल संकट में केंद्र सरकार मजदूरों से पैसा वसूल रही है तो सरकार ने कहा कि वह किसी से कोई पैसा नहीं ले रही है. लेकिन मजदूरों ने कुछ और ही सच्चाई बयान की.
कांग्रेस की ओर से प्रवासी मजदूरों के मसले पर आक्रामक रुख अपनाया गया और सरकार पर आरोप लगाया गया कि केंद्र मजदूरों की घर वापसी के लिए ट्रेन टिकट का पैसा वसूल रहा है. कई राज्य सरकारों ने भी इसका विरोध किया.
तमाम शोरगुल के बीच सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने ऐलान किया कि प्रवासी मजदूरों की टिकट वापसी का खर्च कांग्रेस पार्टी उठाएगी, उन्होंने इसके लिए प्रदेश इकाइयों को निर्देश भी जारी कर दिया. जिसके बाद कांग्रेस का सरकार पर हमला करना और भी आक्रामक हुआ.
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