जम्मू-कश्मीर के अवंतीपोरा में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी. यहां की स्थानीय पुलिस ने आंतकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के 4 आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया. पिछले कुछ दिनों से कश्मीर में सुरक्षा बलों और पुलिस की आतंकियों के खिलाफ संयुक्त कार्रवाई चल रही है. अभी हाल में अवंतीपोरा में ही हिज्बुल कमांडर रियाज नायकू को मार गिराया गया था. उसके मारे जाने के बाद घाटी में हिज्बुल का खात्मा लगभग तय माना जा रहा है. इसी बीच पुलिस की ओर से चलाए जा रहे तलाशी अभियान में मंगलवार को जैश के ये आतंकी गिरफ्तार किए गए.
जो आतंकी गिरफ्तार किए गए हैं उनके नाम हैं- शबीर अहमद पारे, शिराज अहमद डार, शफत अहमद मीर और इशफाक अहमद शाह. चारों बाथे इलाके के रहने वाले हैं. चारों पर आरोप है कि इन्होंने जैश के सक्रिय आतंकियों को रहने, खाने-पीने में मदद पहुंचाई. त्राल के जंगलों में टिके आतंकियों को इन लोगों ने मदद पहुंचाई. इनके पास से भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया गया है.
दूसरी ओर आधारित जैश-ए-मोहम्मद के बारे में देश की सुरक्षा एजेंसियों को इंटेलिजेंस रिपोर्ट मिली है कि वे फिदायीन हमले करने की फिराक में हैं. इस इनपुट के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और देश के अहम प्रतिष्ठानों पर चौकसी बढ़ा दी गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, जैश के कई आतंकी भारत की सीमा में घुसने की साजिश रच रहे हैं. फिलहाल पाकिस्तानी इलाकों में इन आतंकियों ने अपना डेरा जमाया है.
11 मई को भी एक ऐसे ही फिदायीन हमले का इंटेलिजेंस इनपुट मिला था, लेकिन निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था चुस्त किए जाने के बाद आतंकी अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो सके. चप्पे-चप्पे पर गंभीर निगरानी की वजह से आतंकी अपनी वारदात को अंजाम देने में नाकाम रहे.
बता दें, जैश सरगना मौलाना मसूद अजहर का भाई अब्दुल रउफ असगर कश्मीर में जैश का काम देख रहा है. इंटेलीजेंस इनपुट के मुताबिक, सरहद उस पार आतंकियों के कैंप पहले से बढ़ गए हैं. अमूमन इसकी संख्या 200 से 250 होती है लेकिन अब यह 400-450 के करीब पहुंच गई है. सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी बढ़ने का ही नतीजा है कि घाटी में आए दिन एनकाउंटर हो रहे हैं. अप्रैल महीने से लेकर अब तक 34 आतंकी मारे जा चुके हैं.
कुछ दिन पहले हिज्बुल कमांडर रियाज नायकू को सुरक्षा बलों और पुलिस की संयुक्त टीम ने ढेर कर दिया. वह पिछले कई साल से बच रहा था और उसने कई मौकों पर पुलिस को चकमा दिया था. बीते हफ्ते जब वह अवंतीपोरा के अपने गांव बेगपोरा आया था, तो सुरक्षा बलों ने पूरे गांव को घेर कर कार्रवाई शुरू की. दोनों तरफ से गोलीबारी हुई और अंत में नायकू मारा गया. उसके साथ एक और आतंकी इस मुठभेड़ में मारा गया.
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