कोरोना के चलते पूरे देश में लॉक डाउन लागू है. लेकिन फिर भी कुछ लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसे ही मामला यूपी के कन्नौज से सामने आया है. जहां मनाही के बावजूद कुछ लोग जुमे की नमाज पढ़ने के लिए जमा हुए थे. जब पुलिस मामले की जांच करने और उन्हें समझाने पहुंची तो उन पर हमला कर दिया गया.
कन्नौज के पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद ने बताया कि यह मामला कन्नौज सदर कोतवाली क्षेत्र के कागजियाने मोहल्ले का है. जहां कुछ लोग जुमे की नमाज के लिए जमा हुए थे. जब जांच के लिए LIU की टीम वहां गई तो उन पर हमला कर दिया गया. हमलावरों ने बड़े बड़े पत्थरों से इन लोगों पर हमला किया. आरोपियों की तलाश की जा रही है.
पुलिस को लॉक डाउन के दौरान जुमे की नमाज पढ़े जाने की ख़बर मिली थी. इसी की जांच करने के लिए एलआईयू इंस्पेक्टर के साथ एक दरोगा और दो कांस्टेबल पर हमला कर दिया गया. हमले के दौरान एलआईयू इंस्पेक्टर सहित दरोगा और एक सिपाही गंभीर रूप से घायल हो गए.
हमले में घायल लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना के बाद पुलिस घरों में घुसकर हमलवारों की तलाश कर रही है. यहां तक कि घटना स्थल के आस-पास ड्रोन कैमरों से निगरानी भी की जा रही है.
बाराबंकी में मुस्लिमों ने कायम की मिसाल, किया लॉक डाउन का सम्मान
जनपद के बाराबंकी में कोरोनो वायरस के खतरे को देखते हुए ज़िले की किसी भी मस्जिद में जुमे की नमाज़ नहीं पढ़ी गई. जहां मुस्लिम समाज ने जिला पुलिस प्रशासन की सलाह का सम्मान किया, वहीं प्रशासनिक अमला भी मुस्तैद दिखाई दिया. जामा मस्जिदों समेत सभी सार्वजनिक स्थलों के पास ड्रोन कैमरे से निगरानी की गई. डी.एम. और पुलिस अधीक्षक समेत प्रशानिक अमला ईदगाह मैदान में जमा रहा. लॉक डाउन के चलते कोई भी नमाज़ी नमाज़ पढ़ने नही आया.
जिला प्रशासन ने खुद जामा मस्जिद के पास ड्रोन कैमरे से की गई निगरानी का वीडियो भी जारी किया है. डीएम डॉ आदर्श सिंह ने बताया कि ड्रोन कैमरे से भीड़ वाले सभी सार्वजनिक स्थलों पर चप्पे-चप्पे पर नज़र रखी गई. कहीं भी कोई भी लॉक डाउन का उल्लंघन करते नहीं मिला. अगर कोई ऐसा करते पाया गया तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि अभी तक ज़िले में कोई भी कोरोना वायरस का पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है.
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