आज रात साल का सबसे बड़ा और चमकदार चांद आसमान में दिखाई देगा. खगोलविदों के अनुसार, सुपरमून को देखने का इससे शानदार मौका 2020 में दोबारा नहीं मिलेगा. इस दौरान चंद्रमा और पृथ्वी के बीच की दूरी सबसे कम होगी. आइए आपको इस सूपरमून से जुड़ी कुछ खास बातें बताते हैं और ये भी बताते हैं कि भारत में आप ये सुपरमून कब देख सकेंगे.
पृथ्वी से चंद्रमा की सामान्य दूरी 384400 किलोमीटर होती है. जबकि दोनों के बीच की अधिकांश दूरी 405696 किमी हो सकती है. आज सुपरमून के वक्त पृथ्वी और चंद्रमा के बीच फासला घटकर 356900 किलोमीटर रह जाएगा.
सुपरमून शब्द का पहली बार इस्तेमाल एस्ट्रोनॉमर्स रिचर्ड नॉल ने साल 1979 में किया था. एस्ट्रोनॉमर्स ने इसे 'पेरीजीन फुल मून' नाम दिया था. उन्होंने ये भी बताया था कि सुपरमून के दौरान चंद्रमा नजदीक होने की वजह से पृथ्वी से उसका तकरीबन 90 प्रतिशत हिस्सा नजर आता है.
सुपरमून के वक्त चांद अपने सामान्य आकार से ज्यादा बड़ा और चमकदार नजर आता है. इस दिन चंद्रमा आकार में करीब 14% बड़ा दिखाई देता है और इसकी चमक करीब 30% ज्यादा होती है.
कितने बजे दिखेगा सुपरमून-
अंग्रेजी वेबसाइट द इंडिपेंडेंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक सुपरमून 7 अप्रैल को तकरीबन रात साढ़े 11 बजे नजर आएगा. इंदिरा गांधी नक्षत्रशाला के वैज्ञानिक अधिकारी सुमित श्रीवास्तव ने भी सुपरमून देखने का यही समय बताया है.
भारत में कब देख पाएंगे सुपरमून-
सीएन ट्रैवलर की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में सुपरमून 8 अप्रैल को दोपहर 2:35 जीएमटी (भारतीय समयानुसार सुबह 8:05 बजे) पर दिखाई देगा.
उजाला होने की वजह से भारत में सुपरमून दिखने में थोड़ी मुश्किल हो सकता है. हालांकि आजकल दोपहर के बाद ही आसमान में चांद चमकने लगता है.
ऑनलाइन देखने का विकल्प-
यदि आप सुपरमून देखने के इच्छुक हैं तो इसकी सुविधा आपको Slooh और YouTube के माध्यम से मिल सकती
बता दें कि इससे पहले इस साल जनवरी और फरवरी में दो बार फुल मून भी दिखाई दे चुके हैं.
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