प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज एक बार फिर राष्ट्र के नाम संबोधन होने जा रहा है. देश में कोरोना वायरस के मामलों की बढ़ती रफ्तार और सीमा पर चीन के साथ जारी तनातनी के बीच होने वाले इस संबोधन पर हर किसी की नज़र है. देश में जब से कोरोना वायरस का संकट आया है, तब से अबतक प्रधानमंत्री ने कई अहम मौकों पर देश को संबोधित किया है. आज होने वाला उनका संबोधन ये छठा होगा. इससे पहले जनता कर्फ्यू के ऐलान से लेकर 20 लाख करोड़ के पैकेज तक पीएम ने राष्ट्र को संबोधित किया है.
कोरोना संकट में कब-कब राष्ट्र के नाम संबोधन?
19 मार्च: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना संकट पर पहली बार इसी दिन देश को संबोधित किया था. इस दिन जनता कर्फ्यू का ऐलान किया गया था, जो 22 मार्च को रखा गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ऐलान में कहा था कि सुबह सात बजे से शाम को रात के नौ बजे तक किसी के बाहर निकलने पर रोक है. 22 मार्च को देश का अधिकतर हिस्सा बंद रहा था.
24 मार्च: दूसरे संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में लॉकडाउन का ऐलान किया. जो 25 मार्च से शुरू हुआ और 21 दिन तक के लिए लगाया गया. पीएम मोदी ने इस दौरान जनता कर्फ्यू में देश के लोगों के समर्थन के लिए शुक्रिया कहा था. अपने संबोधन में पीएम मोदी ने साफ कहा था कि अगर इन दिनों में नहीं संभले तो बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी.
Comments
Leave Comments