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50 हजार के करीब है सोना, क्या अब इसमें निवेश करना चाहिए? जानें एक्सपर्ट की राय

अर्थव्यवस्था में संकट के बावजूद सोना काफी ऊंचाई पर दिख रहा है. इस साल की शुरुआत से अब तक यानी करीब छह महीने में गोल्ड में 25 फीसदी की बढ़त हो चुकी है. 1 जनवरी को सोना 39,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास था.

  • सोना 49 हजार प्रति 10 ग्राम के आसपास चल रहा है
  • जनवरी से अब तक सोने में 25 फीसदी का रिटर्न मिला है
  • गोल्ड में निवेश करें या नहीं, यह सवाल निवेशकों के मन में है

देश में सोने का भाव प्रति 10 ग्राम 49 हजार के आसपास चल रहा है. कोरोना के बीच अर्थव्यवस्था में संकट के बावजूद शेयर बाजार की तरह सोना भी काफी ऊंचाई पर दिख रहा है. ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या अब इस लेवल पर सोना खरीदना चाहिए? या निवेशकों को अब कुछ गोल्ड अपने पोर्टफोलियो से निकालकर मुनाफा कमा लेना चाहिए? आइए जानते हैं एक्सपर्ट्स से...

छह महीने में 25 फीसदी का रिटर्न

बुधवार को गोल्ड अब तक के सर्वोच्च शिखर 48982 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया था. गुरुवार को देशभर के सर्राफा बाजारों में सोना 48490 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया. इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून के बीच जब देश में लॉकडाउन और अन्य वजहों से इकोनॉमी पस्त थी, तब गोल्ड ने 12 फीसदी का रिटर्न दिया. इसके पहले जून में सोने ने 48,589 रुपये प्रति 10 ग्राम का रिकॉर्ड बनाया था. इस साल की शुरुआत से अब तक यानी करीब छह महीने में गोल्ड में 25 फीसदी की बढ़त हो चुकी है. 1 जनवरी को सोना 39,000 प्रति 10 ग्राम के आसपास था.

इसे भी पढ़ें: चमत्कारिक है पतंजलि की सफलता की कहानी, 8 हजार करोड़ से ज्यादा का कारोबार

यानी इस साल की शुरुआत से अब तक सोने में निवेश रखने वालों ने अच्छा रिटर्न हासिल किया. लेकिन जो इस लाभ से वंचित रह गए उनके मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या अब सोना खरीदना चाहिए? क्या अब गोल्ड में निवेश करना चाहिए?

क्यों आ रही सोने में तेजी

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के वाइस प्रेसिडेंट (कमोडिटी रिसर्च) नवनीत दमानी कहते हैं, 'सोना इस मंगलवार को पिछले आठ साल की ऊंचाई पर पहुंच गया. असल में कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामलों के बढ़ने की वजह से सुरक्षित निवेश साधन के रूप में गोल्ड के प्रति लोगों का भरोसा बढ़ रहा है और इसकी वजह से इसने मार्च 2016 के बाद एक तिमाही में सबसे ज्यादा रिटर्न दिया है.' गौरतलब है कि परंपरागत रूप से सोने को संकट के दौर का सबसे पसंदीदा निवेश साधन माना जाता रहा है.

क्या हो सकता है आगे गोल्ड का हाल

इस साल की शुरुआत से अब तक यानी करीब छह महीने में गोल्ड में 25 फीसदी की बढ़त हो चुकी है. अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निवेशक इस बात पर नजर रखेंगे कि प्रमुख देशों के आर्थिक आंकड़े किस तरह के रहते हैं और आगे इकोनॉमी क्या आकार लेती है. ज्यादातर जानकार मानते हैं कि अब शॉर्ट टर्म में सोने में ज्यादा बढ़त की गुंजाइश कम है. हालांकि कुछ लोग अब भी मानते हैं कि शॉर्ट टर्म में ही सोना आगे और ऊंचाई छूएगा. नवनीत दमानी कहते हैं कि भारत में सोना 48,550 से 49,200 के आसपास टिक सकता है.

  • सोना 49 हजार प्रति 10 ग्राम के आसपास चल रहा है
  • जनवरी से अब तक सोने में 25 फीसदी का रिटर्न मिला है
  • गोल्ड में निवेश करें या नहीं, यह सवाल निवेशकों के मन में है

देश में सोने का भाव प्रति 10 ग्राम 49 हजार के आसपास चल रहा है. कोरोना के बीच अर्थव्यवस्था में संकट के बावजूद शेयर बाजार की तरह सोना भी काफी ऊंचाई पर दिख रहा है. ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या अब इस लेवल पर सोना खरीदना चाहिए? या निवेशकों को अब कुछ गोल्ड अपने पोर्टफोलियो से निकालकर मुनाफा कमा लेना चाहिए? आइए जानते हैं एक्सपर्ट्स से...

छह महीने में 25 फीसदी का रिटर्न

बुधवार को गोल्ड अब तक के सर्वोच्च शिखर 48982 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया था. गुरुवार को देशभर के सर्राफा बाजारों में सोना 48490 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया. इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून के बीच जब देश में लॉकडाउन और अन्य वजहों से इकोनॉमी पस्त थी, तब गोल्ड ने 12 फीसदी का रिटर्न दिया. इसके पहले जून में सोने ने 48,589 रुपये प्रति 10 ग्राम का रिकॉर्ड बनाया था. इस साल की शुरुआत से अब तक यानी करीब छह महीने में गोल्ड में 25 फीसदी की बढ़त हो चुकी है. 1 जनवरी को सोना 39,000 प्रति 10 ग्राम के आसपास था.

इसे भी पढ़ें: चमत्कारिक है पतंजलि की सफलता की कहानी, 8 हजार करोड़ से ज्यादा का कारोबार

यानी इस साल की शुरुआत से अब तक सोने में निवेश रखने वालों ने अच्छा रिटर्न हासिल किया. लेकिन जो इस लाभ से वंचित रह गए उनके मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या अब सोना खरीदना चाहिए? क्या अब गोल्ड में निवेश करना चाहिए?

क्यों आ रही सोने में तेजी

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के वाइस प्रेसिडेंट (कमोडिटी रिसर्च) नवनीत दमानी कहते हैं, 'सोना इस मंगलवार को पिछले आठ साल की ऊंचाई पर पहुंच गया. असल में कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामलों के बढ़ने की वजह से सुरक्षित निवेश साधन के रूप में गोल्ड के प्रति लोगों का भरोसा बढ़ रहा है और इसकी वजह से इसने मार्च 2016 के बाद एक तिमाही में सबसे ज्यादा रिटर्न दिया है.' गौरतलब है कि परंपरागत रूप से सोने को संकट के दौर का सबसे पसंदीदा निवेश साधन माना जाता रहा है.

क्या हो सकता है आगे गोल्ड का हाल

इस साल की शुरुआत से अब तक यानी करीब छह महीने में गोल्ड में 25 फीसदी की बढ़त हो चुकी है. अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निवेशक इस बात पर नजर रखेंगे कि प्रमुख देशों के आर्थिक आंकड़े किस तरह के रहते हैं और आगे इकोनॉमी क्या आकार लेती है. ज्यादातर जानकार मानते हैं कि अब शॉर्ट टर्म में सोने में ज्यादा बढ़त की गुंजाइश कम है. हालांकि कुछ लोग अब भी मानते हैं कि शॉर्ट टर्म में ही सोना आगे और ऊंचाई छूएगा. नवनीत दमानी कहते हैं कि भारत में सोना 48,550 से 49,200 के आसपास टिक सकता है.

क्या अब निवेश करना चाहिए

सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या अब सोने में निवेश करना चाहिए? पर्सनल फाइनेंस के एक्सपर्ट अब सोने में निवेश के मामले में थोड़ा सचेत रहने को कह रहे हैं. Investonline.in के अभिनव अंगिरीश कहते हैं, 'सोने में निवेश को उतार-चढ़ाव के दौरान कवच के रूप में देखा जाता है. ब्याज दरें घटते जाने की वजह से भी लोग गोल्ड में निवेश पसंद कर रहे हैं. यदि कोई अब भी निवेश करना चाहता है तो वह अपनी जोखिम लेने की क्षमता पर विचार करके ऐसा करे.'

इसे भी पढ़ें: TikTok जैसे बैन चीनी ऐप्स को भारी नुकसान, भारत में करोड़ों डाउनलोड, अरबों की कमाई

आप यदि मौजूदा कीमत पर सोना खरीदने का मन बना चुके हैं तो एक तो लॉन्ग टर्म के लिए निवेश की सोच कर रखें और ज्यादा रिटर्न की उम्मीद न करें. पिछले एक साल में ​सोने ने जितना बेहतरीन रिटर्न दिया है, उतना अब मिलना मुश्किल है.

कुछ गोल्ड बेच लें

यदि आपके पास पहले से काफी गोल्ड है. तो यह अच्छा मौका है कि आप कुछ गोल्ड बेचकर मुनाफा कमा लें. आदर्श यह माना जाता है कि आपके कुल निवेश पोर्टफोलियो का करीब 5 से 10 फीसदी गोल्ड में होना चाहिए. सोने में निवेश के लिए बेहतर है कि आप फिजिकल गोल्ड खरीदने की जगह पेपर गोल्ड यानी किसी गोल्ड बांड या ईटीएफ में निवेश करें.

क्या अब निवेश करना चाहिए

सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या अब सोने में निवेश करना चाहिए? पर्सनल फाइनेंस के एक्सपर्ट अब सोने में निवेश के मामले में थोड़ा सचेत रहने को कह रहे हैं. Investonline.in के अभिनव अंगिरीश कहते हैं, 'सोने में निवेश को उतार-चढ़ाव के दौरान कवच के रूप में देखा जाता है. ब्याज दरें घटते जाने की वजह से भी लोग गोल्ड में निवेश पसंद कर रहे हैं. यदि कोई अब भी निवेश करना चाहता है तो वह अपनी जोखिम लेने की क्षमता पर विचार करके ऐसा करे.'

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आप यदि मौजूदा कीमत पर सोना खरीदने का मन बना चुके हैं तो एक तो लॉन्ग टर्म के लिए निवेश की सोच कर रखें और ज्यादा रिटर्न की उम्मीद न करें. पिछले एक साल में ​सोने ने जितना बेहतरीन रिटर्न दिया है, उतना अब मिलना मुश्किल है.

कुछ गोल्ड बेच लें

यदि आपके पास पहले से काफी गोल्ड है. तो यह अच्छा मौका है कि आप कुछ गोल्ड बेचकर मुनाफा कमा लें. आदर्श यह माना जाता है कि आपके कुल निवेश पोर्टफोलियो का करीब 5 से 10 फीसदी गोल्ड में होना चाहिए. सोने में निवेश के लिए बेहतर है कि आप फिजिकल गोल्ड खरीदने की जगह पेपर गोल्ड यानी किसी गोल्ड बांड या ईटीएफ में निवेश करें.

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