कोरोना के इस संकट काल में देश के अधिकतर बैंक हर दूसरे दिन कोई न कोई बड़ा फैसला ले रहे हैं. कुछ फैसले ग्राहकों को राहत देने वाले हैं तो वहीं कुछेक फैसलों का नुकसान भी झेलना पड़ रहा है
हालांकि, इस बार देश के दो सरकारी बैंकों ने ग्राहकों को राहत देने के लिए एक सा फैसला लिया है. ये दो सरकारी बैंक- केनरा बैंक और बैंक ऑफ महाराष्ट्र हैं. आइए जानते हैं इन बैंकों के फैसले के बारे में..
असल में केनरा बैंक और बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) में क्रमश: 0.10 प्रतिशत और 0.20 प्रतिशत की कटौती की है.यह कटौती सभी अवधि के कर्ज पर की गयी है.
इस कटौती का मतलब ये हुआ कि होम, ऑटो समेत अन्य टर्म लोन की ब्याज दर सस्ती हो गई है. इसके साथ ही जो लोग लोन की ईएमआई दे रहे हैं, उन्हें भी राहत मिलेगी
कितनी हुई कटौती
बेंगलुरू स्थित केनरा बैंक ने एक साल के एमसीएलआर को घटाकर 7.55 प्रतिशत कर दिया है जो पहले 7.65 प्रतिशत थी.
केनरा बैंक की ओर से जारी बयान के मुताबिक एक दिन और एक महीने के लिये ब्याज दर 0.10 प्रतिशत घटाकर 7.20 प्रतिशत कर दिया गया है. वहीं तीन महीने के लिये एमसीएलआर 7.55 प्रतिशत से कम कर 7.45 प्रतिशत कर दिया गया है.
इसी तरह, पुणे के बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) ने एक साल के एमसीएलआर को कम कर 0.20 प्रतिशत कम कर 7.50 प्रतिशत कर दिया है. अबतक यह 7.70 प्रतिशत थी. यह लगातार चौथा महीना है जब बैंक ने एमसीएलआर घटाई है.
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