बिहार के सीतामढ़ी में एक देवर ने अपने भाभी के साथ थाने में ही शादी रचा ली. दरअसल यह पूरा मामला सीतामढ़ी के महिला थाने का है, जहां समाज के तानाशाही रवैये के खिलाफ थाने पहुंची महिला की उसी के देवर से शादी करा दी गई.
शादी से वर्षों बाद जहां रंजीता खुश दिखी तो वहीं बहू को एक बार फिर सुहागिन देख ससुराल वाले भी फूले नहीं समा रहे थे. देवर का नाम संतोष साहनी है जो अपने भाई की मौत के बाद अपनी भाभी से ही प्यार कर बैठा और उससे शादी की इच्छा भी जताई. संतोष साहनी की भाभी रंजीता का एक बच्चा भी है, जो उसके पहले पति का है.
रंजीता और दिनेश साहनी की शादी 5 वर्ष पूर्व हुई थी, जिसके 3 साल बाद ही दिनेश की मौत बिजली का करंट लगने से हो गई थी. तब से रंजीता अकेले रहने लगी. धीरे-धीरे उसे अपने ही देवर से प्यार हो गया.
दोनों का प्यार इतना परवान चढ़ा कि इसकी खबर रंजीता के ससुराल वाले समेत गांव और समाज के लोगों को भी लग गई, जिस कारण बीच में रंजीता का देवर समाज के दबाव के कारण उससे शादी करने से मना करने लगा.
इस बात पर रंजीता महिला थाने पहुंची, जहां दोनों परिवारों की सहमति से देवर और भाभी की शादी कराई गई. शादी के बाद देवर और भाभी ने पति-पत्नी बनने के बाद वहां मौजूद महिला पुलिसकर्मी के पैर छूकर आशीर्वाद लिया.
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