पिछले हफ्ते नोएडा में ही 8 लोगों ने खुदकुशी कर ली जिसमें 6 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल हैं. ज्यादातर लोगों के लिए खुदकुशी करने की वजह लॉकडाउन और वित्तीय संकट प्रमुख वजह रही. हालांकि कई लोगों ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि वे व्यक्तिगत समस्याओं के कारण खुदकुशी कर रहे हैं.
कोरोना संकट के दौर में खुदकुशी की घटनाएं बढ़ी हैं. नोएडा में पिछले 284 दिनों में 200 लोगों ने अलग-अलग कारणों से अपनी जान दे दी. जून के महीने में सबसे ज्यादा खुदकुशी की घटनाएं सामने आईं. नोएडा में मई, जून और जुलाई के महीने में औसतन रोजाना खुदकुशी की घटना हुई.
पुलिस डायरी में दर्ज आंकड़ों के अनुसार, नोएडा में अप्रैल में खुदकुशी की जहां 24 घटनाएं हुईं तो मई में यह संख्या बढ़कर 31 तक पहुंच गई. जून के महीने में सबसे ज्यादा वृद्धि देखी गई और इस महीने 34 लोगों ने खुदकुशी कर ली. इसी तरह, जुलाई में 30 और अगस्त में खुदकुशी के 26 मामले सामने आए. अहम बात यह है कि मरने वालों में अधिकांश श्रमिक या दैनिक मजदूरी करने वाले लोग थे.
पिछले हफ्ते 8 लोगों ने दी जान
पिछले हफ्ते नोएडा में ही 8 लोगों ने खुदकुशी कर ली जिसमें 6 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल हैं. जिन लोगों ने खुदकुशी की उसमें से ज्यादातर लोगों के लिए खुदकुशी करने की वजह लॉकडाउन और वित्तीय संकट प्रमुख वजह रही. हालांकि कई लोगों ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि वे व्यक्तिगत समस्याओं के कारण खुदकुशी कर रहे हैं.
पिछले दिनों एक महिला ने तो अपने जन्मदिन के दिन ही बर्थडे केक को लेकर अपनी जान दे दी. 3 सितंबर को जयप्रकाश ने पुलिस थाना फेस 3 के तहत J / 56 सेक्टर 63 में अपनी कंपनी में ही फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी. जबकि 2 सितंबर को पूजा उर्फ नंदनी ने खुदकुशी कर ली. पूजा की शादी 2014 में सेक्टर 63 के पास छिजारसी में रहने वाले सचिन उर्फ मोनू के साथ हुई थी. नंदिनी ने पंखे पर लटककर खुदकुशी की.
इसी दिन, थाना सेक्टर-20 क्षेत्र में पत्नी के साथ विवाद के बाद युवक अर्जुन (30) ने पेड़ पर रस्सी बांधकर खुदकुशी कर ली.
1 सितंबर को, गौतम बुद्ध नगर में एक महिला ने 10वीं मंजिल से कूदकर खुदकुशी कर ली. सेक्टर 134 की जेपी कॉसमॉस सोसायटी की 10वीं मंजिल से महिला नीचे कूद गई. प्रियंका नामक महिला ने अपने जन्मदिन के दिन ही खुदकुशी कर ली. बताया जा रहा है कि उसके घर में केक को लेकर झगड़ा हुआ था.
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