नेपाल में मौजूद चीनी एम्बेसडर होऊ यांकी
स्टोरी हाइलाइट्स
नेपाल की सियासत लगातार हिचकोले खा रही है. संसद के भंग होने के बाद अब नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी में आर-पार की जंग तेज हो गई है. ऐसे में जब पार्टी टूट की कगार पर खड़ी है, तो नेपाल में मौजूद चीनी एम्बेसडर होऊ यांकी फिर एक्टिव हुई हैं.
सूत्रों के मुताबिक, होऊ यांकी ने बीती रात राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी से मुलाकात की. बुधवार सुबह भी चाइनीज एम्बेसडर ने कमल प्रचंड से मुलाकात की.
चीनी एम्बेसडर की कोशिश है कि पार्टी अलग ना हो और जल्द ही संसद का सदन बुलाया जाए. ऐसे में अब चीनी एम्बेसडर की ओर से राष्ट्रपति पर दबाव बनाया जा रहा है कि अगर वो कमल प्रचंड गुट का साथ देती हैं, तो उनपर से महाभियोग का खतरा टल जाएगा.
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