तृणमूल कांग्रेस की सांसद शताब्दी रॉय ने हाल ही में एक फेसबुक पोस्ट लिखा, जिसमें उन्होंने पार्टी के प्रति नाराजगी व्यक्त की. इसी के बाद अटकलें लगाई जाने लगीं कि वो पार्टी को अलविदा कह सकती हैं.
तृणमूल कांग्रेस की सांसद शताब्दी रॉय के पार्टी छोड़ने की अटकलें लगातार जारी हैं. इस बीच उन्होंने फिर से आरोप लगाया है कि उन्हें उनके क्षेत्र में आजादी से काम नहीं करने दिया जा रहा है. इस बीच कहा जा रहा है कि शताब्दी रॉय दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकती हैं, जिसपर उन्होंने कहा कि वो बतौर सांसद किसी से भी मिल सकती हैं, ऐसे में इसमें दिक्कत क्या है?
शताब्दी रॉय इसी सिलसिले में दिल्ली आ सकती हैं. उन्होंने बताया कि जब वो 2009 में सांसद बनीं तो कहा गया कि वो स्टार हैं, इसलिए जीत गईं. लेकिन मैंने काम करके हर किसी को गलत साबित कर दिया.टीएमसी सांसद ने आरोप लगाया कि अब उनके क्षेत्र में पार्टी के किसी कार्यक्रम में उन्हें नहीं बुलाया जाता है, ऐसे में लोग उनसे सवाल पूछते हैं कि आप कहां हैं. अगर मैं अमित शाह से मुलाकात करती हूं तो कुछ गलत नहीं है. बतौर सांसद मैं गृह मंत्री से मिल सकती हूं.'ममता बनर्जी ने पार्टी से जुड़ने को कहा था' शताब्दी रॉय ने कहा कि मैं अपने क्षेत्र में काम करना चाहती हूं, लेकिन उन्हें ऐसा करने से रोका जा रहा है. उन्होंने कहा कि मुझे पार्टी ने नहीं बनाया है, मैं पहले से ही स्टार थी. मुझे एक रोड शो में बुलाया गया था, जिसके बाद ममता बनर्जी ने उन्हें पार्टी के साथ जुड़ने के लिए कहा. तृणमूल कांग्रेस में लगातार हो रही बगावतों को लेकर शताब्दी रॉय ने कहा कि अगर दस से अधिक लोग एक ही बात कह रहे हैं, तो कुछ गलत होगा ही.
मनाने में जुटी पार्टी! टीएमसी में भी शताब्दी रॉय को मनाने की कोशिशें जारी हैं. टीएमसी सांसद सौगत रॉय की ओर से उन्हें मनाने की कोशिशें की जाएंगी. सौगत रॉय का कहना है कि अभी शताब्दी ने कोई फैसला नहीं लिया है, अगर कुछ समस्या है तो पार्टी उनसे बात करेगी. गौरतलब है कि शताब्दी रॉय ने हाल ही में एक फेसबुक पोस्ट लिखा, जिसमें उन्होंने पार्टी के प्रति नाराजगी व्यक्त की. इसी के बाद अटकलें लगाई जाने लगी कि वो पार्टी को अलविदा कह सकती हैं. पश्चिम बंगाल में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले टीएमसी में लगातार हलचल मच रही है और नेताओं का साथ छोड़ना जारी है
Comments
Leave Comments