रतलाम। जिले के शिवगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम ठीकरिया में शादी वाले एक घर में अंधविश्वास के चलते अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। घर के 6 कमरों में 40 से 50 लोग थे और वे आपस में धूूूजने लगे। इसके बाद उनके बीच आपस में मारपीट भी होने लगी और घर से किसी को बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा था। इसी बीच 24 वर्षीय युवक की मौत हो गई। कुछ देर बाद उसके 3 वर्षीय पुत्र की भी मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस दल मौके पर पहुंचा और लोगों को घरों से बाहर निकाला।
जानकारी के अनुसार ग्राम ठिकरिया में कांजी खराड़ी की बेटी सागर और नाती सीमा की 22 फरवरी को शादी होने वाली है। 16 फरवरी से उन्हें हल्दी लगी है। घर पर बाहर से मेहमान भी आए हुए हैं। वहां शादी की खुशी का माहौल था, इसी बीच अंधविश्वास का यह काला साया परिवार पर कहर बनकर टूट गया। आपसी मारपीट में कुछ लोगों को चोट आई। शनिवार सुबह करीब 11 बजे कांजी के 24 वर्षीय पुत्र राजाराम खराड़ी को जिला अस्पताल लाया गया, जहां उसे मृत घोषित किया गया। इसके बाद दोपहर 1.15 बजे राजाराम के तीन वर्षीय पुत्र आदर्श को भी जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे भी मृत घोषित किया गया। राजाराम की पीठ, चेहरे, हाथों आदि स्थानों पर चोट आई है। आदर्श को भी चेहरे व पीट पर चोट आई है। पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव स्वजन को सौंप दिए गए।
दो दिन पहले से भाई को कुछ हो रहा था
राजाराम के छोटे भाई विक्रम ने बताया कि शादी होने से उनकी बहने, बहनों के बच्चे और अन्य रिश्तेदार भी आये हुवे हैं। 16 फरवरी को राजाराम घर के पास स्थित बरगद के पेड़ के पास गए थे। वहीं से धुजने (शरीर को हिलाने) लगे थे। लोग समझे कि उन्हें भोपा (ऊपरी हवा) आ रहे होंगे । बाद में 19 फरवरी की रात वे ज्यादा धूजने लगे। उनके साथ अन्य लोग बच्चे, महिलाएं और पुरुष भी धूजने लगे, उसका सिर भी भारी हो गया। कुछ समझ मे नही आ रहा था कि ये क्या हो रहा है। अलग अलग कमरों में 40 से 50 लोग थे। किसी को भी कोई बाहरी शक्ति बाहर नही निकलने दे रहे रही। शनिवार सुबह वह घर से निकला और अन्य लोगो को जानकारी दी। इसके बाद उसके जीजा ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस दल मोके पर पहुंचा, तब तक कई लोग बाहर निकल चुके थे। समाचार लिखे जाने तक पता नही चल पाया कि वास्तव में घटना क्यो और कैसे हुई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जांच के बाद ही मामला स्पष्ट हो पायेगा।
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