हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार सप्ताह के हर दिन का विशेष महत्व होता है क्योंकि हर वार किसी न किसी देवी या देवता को जरूर समर्पित होता है। रविवार का दिन सूर्यदेव की समर्पित होता है। सोमवार को भगवान शिव की विशेष पूजा-आराधना के लिए सबसे शुभ दिन माना गया है। बुधवार के दिन विध्नहर्ता गणेश जी की उपासना करनी चाहिए। गुरुवार के दिन भगवान विष्णु और देवगुरु बृहस्पति की आराधना की जाती है। शुक्रवार का दिन देवी लक्ष्मी को समर्पित होता है और शनिवार का दिन शनिदेव की पूजा के लिए सबसे शुभ दिन माना जाता है। आज हम आपको शनिवार के दिन शनिदेव की उपासाना का महत्व बताएंगे। शनिवार के दिन हनुमान जी और शनिदेव की पूजा करने पर व्यक्ति के जीवन में सभी प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं।
जिन लोगों के ऊपर शनिदोष, शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या का प्रभाव रहता है। शनिवार के दिन कुछ विशेष उपाय करने से कष्ट दूर हो जाते हैं। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव को न्याय का देवता और कर्मफलदाता माना गया है। शनिदेव व्यक्तियों को उनके द्वारा किए गए कर्मों के अनुसार ही शुभ और अशुभ फल प्रदान करते हैं। शनिवार के दिन शनि को प्रसन्न करने के लिए सबसे अच्छा दिन माना गया है। आइए जानते हैं शनिवार के दिन कौन-कौन से उपाय करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
पीपल की पूजा
हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ को बहुत ही पूजनीय और पवित्र वृक्ष माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पीपल के पेड़ में शनिदेव समेत सभी देवताओं का वास होता है। पीपल वृक्ष की शनिवार के दिन विशेष पूजा करने से व्यक्ति के सभी संकट दूर होने के साथ धन, समृद्धि, यश, कीर्ति आदि की भी प्राप्ति भी होने लगती है। शनिवार को रात के समय पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने से मनुष्य के जीवन में खुशहाली आती है।
तेल से करें अभिषेक
शनिदेव को जो व्यक्ति शनिवार के दिन सरसों का तेल अर्पित करता है उनके सभी कष्टों का निवारण हो जाता है। शनि देव की पूजा में सरसों या तिल का तेल अर्पित करना बहुत लाभदायक माना गया है। तेल चढ़ाने से साढ़ेसाती और ढैय्या के कारण आ रहे जीवन में कष्टों से छुटकारा मिलता है और रुके हुए कार्य पूर्ण होने लगते हैं। शनिवार के दिन इस उपाय से धन-यश की प्राप्ति होती है एवं नौकरी और व्यापार में सफलता मिलती है।
शमी वृक्ष की पूजा
शनिवार के दिन शमी के वृक्ष की पूजाकर इसके नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने से शनिदोष से मुक्ति मिलती है वही विवाह आदि मांगलिक कार्यों में आ रही रूकावट भी दूर होती है। जिन लोगों की कुंडली में शनि ग्रह की स्थिति कमजोर होती है उन्हें शनिवार के दिन अपने घर में शमी का पौधा लगाना चाहिए। इससे ना केवल आपके काम में आने वाली बाधाएं कम होती हैं बल्कि शनिदेव की कृपा भी आप पर बनी रहती है।
नीले पुष्प चढ़ाएं
शास्त्रों के अनुसार भगवान शनि को नीले रंग के फूल अति प्रिय है। इसलिए शनिवार के दिन इस रंग के फूल जरूर शनिदेव को चढ़ाए।अपराजिता का फूल नीले रंग का होता है, यह फूल शनिदेव को बहुत प्रिय है। शनिवार के दिन 5, 7, 11 अपराजिता के फूल लेकर शनिदेव के चरणों में चढ़ा दें, शनिदेव जल्द प्रसन्न हो जाएंगे। इसी प्रकार नीले-बैंगनी रंग का आक का फूल शनिदेव को अर्पित करने से आपको शुभ परिणाम मिलेंगे।
असहाय लोगों की मदद
मान्यता है कि इस दिन सामर्थ्य के अनुसार व्यक्ति को गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए,ऐसा करने से काफी चमत्कारी लाभ प्राप्त होते हैं। इस दिन ज़रुरतमंदों को काले चने, काले तिल, उड़द दाल और सर्दी के मौसम में ऊनी कपड़े दान करने से शनिदेव की कृपा मिलती है।
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