बिहार में विपक्ष दलों की बैठक के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा शुक्रवार को आयोजित दोपहर के भोजन में नेताओं को लिट्टी-चोखा, गुलाब-जामुन, जलेबी, विभिन्न प्रकार के ताजा शरबत और प्रदेश के कई अन्य पारंपरिक व्यंजन परोसे गए.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने दोपहर के भोजन में परोसे गए पारंपरिक खाद्य पदार्थों की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘‘नीतीश जी द्वारा आयोजित दोपहर के भोजन में बिहार के सभी पारंपरिक खाद्य पदार्थ परोसे गए. शानदार लिट्टी-चोखा और खास गुलाब-जामुन भी परोसा गया... मैं इसके लिए नीतीश जी को धन्यवाद देता हूं. बिहारी व्यंजनों के साथ दोपहर के भोजन के दौरान बहुत अच्छा समय बिताया.''
विपक्ष की बैठक में शामिल होने आए नेताओं को अन्य खाद्य पदार्थों के अलावा विभिन्न प्रकार के पारंपरिक बिहारी व्यंजन परोसे गए. मेहमानों को प्रसिद्ध जलेबी, विभिन्न प्रकार के ताजा शरबत भी परोसे गए. इसके अलावा बिहार की मशहूर मखाना खीर, सिलाव खाजा, मनेर का लड्डू और धनरूआ का लाई भी परोसा गया.
वहां मौजूद रहे बिहार सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारीए ने कहा, ‘‘परंपरागत रूप से लिट्टी बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के स्थानीय लोगों के लिए एक बेहद प्रिय और सुविधाजनक भोजन रहा है. यह गेहूं के आटे और सत्तू से बनाया जाता है. आटे में सत्तू भरा जाता है. सत्तू में औषधीय गुण वाले अन्य खाद्य सामग्री और मसालों को मिलाया जाता है. फिर आटे को एक एक गेंद का आकार दिया जाता है. इसके बाद इसे गोइठा (गाय के गोबर से बना) को जलाकर भूना जाता है. भून लेने के बाद इस पर ढेर सारा देसी घी डाला जाता है.''
वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले देशभर के विपक्षी दलों की पहली संयुक्त बैठक शुक्रवार को पटना में हुई. इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राकांपा प्रमुख शरद पवार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राकांपा अध्यक्ष शरद पवार, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती सहित कई विपक्षी नेता शामिल हुए .
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