वाईअड्डों से ऊर्जा तक के क्षेत्र में फ़ैले कारोबारों में शानदार वृद्धि के सहारे अदाणी समूह ने कर-पूर्व लाभ में साल-दर-साल 20 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 2-3 साल में EBITDA (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की आय) को बढ़ाकर 90,000 करोड़ रुपये करने का लक्ष्य रखा है. निवेशकों के लिए तैयार किए गए प्रेज़ेंटेशन में कंपनी ने यह बात कही है.
समूह ने इसी माह निवेशकों का भरोसा बरकरार रखते हुए कुल 2.65 अरब डॉलर का कर्ज़ वक्त से पहले चुका दिया है.
बंदरगाहों से ऊर्जा क्षेत्र तक फ़ैले कारोबार का संचालन करने वाला समूह अब हवाईअड्डों, सीमेंट, नवीकरणीय ऊर्जा, सौर पैनल, ट्रांसपोर्टेशन व लॉजिस्टिक्स और बिजली व पारेषण जैसे क्षेत्रों में मज़बूत विकास की उम्मीद कर रहा है. प्रेज़ेंटेशन में कहा गया कि आने वाले सालों में अदाणी द्वारा बुनियादी ढांचे में किए गए कई नए निवेश नतीजे देने लगेंगे और मुनाफा कमाने लगेंगे.
समूह ने प्रेज़ेंटेशन के नोट्स में कहा कि उन्हें आगामी सालों में EBITDA कुल मिलाकर 20 फीसदी से ज़्यादा बढ़ने की उम्मीद है, क्योंकि समूह के समूचे कारोबारों में मज़बूत और टिकाऊ बढ़ोतरी दिखाई दे रही है. नोट के मुताबिक, ₹90,000 करोड़ से अधिक EBITDA का लक्ष्य वित्तवर्ष 23 तक हासिल हो जाने की उम्मीद है.
हालिया सालों में अदाणी समूह ने बंदरगाहों में खासा निवेश किया है और नवीकरणीय ऊर्जा, ट्रांसपोर्टेशन और बंदरगाहों में अहम प्रोजेक्ट्स को पूरा भी किया है.
हवाईअड्डों और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में फ़ैले कारोबार भी बेहतर कैश फ्लो दिखा रहे हैं. तीन दशक में बना ठोस परिसंपत्ति आधार लचीले अहम बुनियादी ढांचे को सहारा देता है, और ऊंचे दर्जे का एसेट परफॉरमेंस सुनिश्चित करता है.
समूह के सूचीबद्ध पोर्टफोलियो का EBITDA पिछले साल की तुलना में वित्तवर्ष 2023 (अप्रैल, 2022 से मार्च, 2023) के दौरान 36 फीसदी बढ़कर ₹57,219 करोड़ हो गया. अहम बुनियादी ढांचे से जुड़े कारोबार, जो ऊर्जा, ट्रांसपोर्ट, लॉजिस्टिक्स और फ़्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइज़ेज़ लिमिटेड के बुनियादी ढांचे से जुड़े उपक्रमों समेत समूचे पोर्टफोलियो का 82.8 फीसदी हिस्सा है, ने EBITDA में पिछले साल की तुलना में 23 फीसदी की ज़ोरदार बढ़ोतरी दर्ज की, जो ₹47,386 करोड़ है.
AEL के मौजूदा कारोबारों ने भी शानदार प्रदर्शन किया, और पिछले साल की तुलना में 59 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 5,466 करोड़ रुपये तक पहुंचे. AEL के मौजूदा व्यवसाय समूह के समूचे पोर्टफोलियो का 10 फीसदी हिस्सा हैं.
अपने EBITDA का लगभग 83 फीसदी हिस्सा अहम बुनियादी ढांचा कारोबारों से आने के चलते अदाणी समूह का समूचा पोर्टफोलियो यूटिलिटी और बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में काम करता है, और इन क्षेत्रों में सुनिश्चित और सतत नकदी प्रवाह उपलब्ध करवाता है. समूह ने हवाईअड्डों, सीमेंट, नवीकरणीय ऊर्जा, सौर पैनलों, बंदरगाहों, बिजली और ट्रांसमिशन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में विकास पर ध्यान केंद्रित किया है.
अदाणी समूह के लिए पिछला साल अहम तरक्की का दौर रहा, क्योंकि इसके पोर्टफोलियो में हुई 36 फीसदी की मज़बूत बढ़ोतरी को असरदार डिलीवरेजिंग रणनीति का भी सहारा मिला, और यह समूह के शुद्ध ऋण से EBITDA अनुपात में सुधार से देखा जा सकता है.
पोर्टफोलियो का संयुक्त शुद्ध ऋण से EBITDA वित्तवर्ष 2023 में बेहतर होकर 3.27 गुना हुआ, जो वित्तवर्ष 2022 में 3.8 गुना रहा था. नोट में कहा गया है कि शुद्ध ऋण से रन-रेट EBITDA वित्तवर्ष 2022 में बेहतर होकर 2.8 गुना हो गया, जबकि यह वित्तवर्ष 2023 में 3.2 गुना रहा, जो मज़बूत वृद्धि के बीच समूह के मज़बूत वित्तीय अनुशासन को उजागर करता है.
अदाणी समूह के प्रबंधन ने पुष्टि की है कि आने वाले निकट समय में कोई अहम कर्ज़ा मैच्योर नहीं हो रहा है, जिसकी वजह से संकेत मिलते हैं कि कोई अहम पुनर्वित्त जोखिम या निकट अवधि में तरलता की आवश्यकता नहीं होगी.
सकल संपत्ति का शुद्ध परिसंपत्ति मूल्य ₹3,91,000 करोड़ है. समय के साथ समूह ने अपने दीर्घकालिक ऋण पोर्टफोलियो को फैला दिया है और अपने फंडिंग स्रोतों का विस्तार करते हुए बैंकों में जोखिम कम कर दिया है. वर्तमान कर्ज़ों को बॉन्ड (39 फीसदी), वैश्विक अंतरराष्ट्रीय बैंकों (29 फीसदी), PSU और निजी बैंकों और NBFC (32 फीसदी) के बीच बांटा हुआ है.
समूह का एक्सपोज़र भारत में कुल बैंक एक्सपोज़र के 1 फीसदी से भी कम है, और SBI और अन्य सार्वजनिक उपक्रमों सहित प्रमुख भारतीय बैंकों ने इसके ऋण / इक्विटी के 3.2 फीसदी के EBITDA पर संतोष व्यक्त किया है.
नोट के मुताबिक, समूह का डॉलर ऋण भी पूरी तरह सुरक्षित है, और हाल ही में ECB ब्याज दर में बढ़ोतरी से ऋण लागत और सर्विसिंग पर न्यूनतम प्रभाव पड़ने की उम्मीद है, क्योंकि अधिकांश ECB एक निश्चित दर पर हैं.
अदाणी समूह ने अपनी सूचीबद्ध कंपनियों में शेयरों को गिरवी रखकर लिए गए 2.15 अरब अमेरिकी डॉलर के ऋण का समय से पहले समूचा भुगतान कर दिया है और अंबुजा सीमेंट के अधिग्रहण के लिए लिए गए 70 करोड़ अमेरिकी डॉलर के ऋण का भी भुगतान कर दिया है.
इसके अलावा, नोट में कहा गया है कि प्रमोटरों ने प्रमुख वैश्विक निवेश फर्म GQG पार्टनर्स को समूह की चार सूचीबद्ध कंपनियों में शेयरों की बिक्री 1.87 अरब अमेरिकी डॉलर (15,446 करोड़ रुपये) में पूरी कर ली है.
हाल ही में डेटासेंटर व्यवसाय अदाणी कॉनेक्स ने छह अंतरराष्ट्रीय बैंकों - SMBC, MUFG, मिज़ुहो, ING, नैटिक्सिस, SCB - से 21.3 करोड़ अमेरिकी डॉलर के साथ भारत में सबसे बड़े डेटासेंटर प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग का समझौता किया है.
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