दिल्ली में यमुना उफान पर है. यमुना में बढ़े जलस्तर की वजह से कई इलाकों में पानी में घुस गया है. ITO और राजघाट में पानी भर गया है. पानी भरने के बाद अब प्रशासन की लापरवाही भी दिखने लगी है. ITO में लगे बिजली के खंबों में करंट आने की वजह से कई राहगीरों को बिजली के झटके भी लगे हैं. NDTV के रिपोर्टर रवीश रंजन शुक्ला को भी आईटीवो में रिपोर्टिंग के दौरान बिजली के झटके लगे थे. इसके बाद ही उन्होंने प्रशासन की इस लापरवाही को आम लोगों को अवगत कराया.
बता दें कि दिल्ली में इन दिनों पर है. इस वजह से दिल्ली के ITO और आसपास के इलाकों में तेजी से पानी भरता जा रहा है. दिल्ली सरकार के अधिकारी यमुना के पानी को शहर में घुसने से रोकने के लिए पूरी रात काम करते रहे. बावजूद इसके उन्हें सफलता हाथ नहीं लगी है. अब हालात को बिगड़ता देख दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सेना और एनडीआरएफ की टीम को मौके पर उतारने की मांग की है.
उन्होंने इसे लेकर एक ट्वीट किया. इस ट्वीट में उन्होंने लिखा कि यमुना का पानी शहर के अंदर आने की वजह से आईटीओ और आसपास बाढ़ आ गई है. इंजीनियर पूरी रात काम करते रहे. मैंने अब मुख्य सचिव को सेना और एनडीआरएफ की मदद लेने के लिए निर्देश दिया है. लेकिन इसे तत्काल ठीक किया जाना चाहिए.
गुरुवार दोपहर 2 बजे तक यमुना का जलस्तर 208.62 मीटर पर पहुंच गया था. यह खतरे के निशान 205 मीटर से 3 मीटर से ज्यादा है. यमुना वजीराबाद से ओखला तक 22 किमी में है. केंद्रीय जल आयोग को आशंका है कि जलस्तर 209 मीटर पहुंचने पर ज्यादातर इलाके जलमग्न हो जाएंगे. यहां NDRF की 12 टीमें तैनात की गई हैं. 2,700 राहत शिविर लगाए गए हैं.
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