के बाद से बंद इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई है. प्रशासन ने 13 दिनों के बाद जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बंद इंटरनेट सेवा की शुरुआत कर दी. प्रशासन की तरफ से सोशल मीडिया पर निगरानी जारी रखी जाएगी. किसी भी तरह के विवादित पोस्ट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. नूंह में 31 जुलाई को सांप्रदायिक हिंसा भड़कने के बाद स्कूल और कॉलेज भी बंद कर दिए गए थे. जिसे बाद में हालात में सुधार के बाद खोल दिया गया था.
इधर नूंह में 31 जुलाई को हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद नूंह पलवल बॉर्डर पर पलवल जिले के पोंडरी गांव में रविवार को सर्व हिंदू समाज की महापंचायत हुई.
पंचायत करने की इजाजत इस शर्त पर दी गई थी कि इसमें कोई नफरत भरे भाषण नहीं दिये जाएंगे, लेकिन ऐसा हो न सका. महापंचायत के दौरान कुछ लोगों ने पुलिस की चेतावनी को नजरंदाज करते हुए धमकियां दीं.
पंचायत में एक वक्ता ने कहा- यदि आप उंगली उठाएंगे, तो हम आपके हाथ काट देंगे. महापंचायत के आयोजकों काा दावा है कि वक्ताओं को नफरत भरे भाषण न देने की चेतावनी दी गई थी, लेकिन कुछ लोगों ने इसे नहीं माना.
बता दें कि महापंचायत में हिंसा में शिकार लोगों को इंसाफ दिलाने और 28 अगस्त को फिर से जलाभिषेक यात्रा शुरू करने पर चर्चा हुई. महापंचायत को देखते हुए बड़ी संख्या में हरियाणा पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवान तैनात किये.
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