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राजनीति

विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A अपने विरोधाभासों के बोझ से ही ढह जाएगा: हरदीप पुरी

विपक्षी गठबंधन  I.N.D.I.A के बीच मतभेद की खबरें शुरुआत से आती रही हैं. हाल ही में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच दिल्‍ली में सीटों के बंटवारे के मुद्दे पर उठापटक देखने को मिली. इस बीच केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने विपक्षी गुट  I.N.D.I.A के पतन की भविष्यवाणी की है, जिसमें असमान विचारधारा वाले दलों की ओर इशारा किया गया, जो दशकों से राज्यों में 'राजनीतिक दुश्‍मन'  रहे हैं. NDTV से खास बातचीत में हरदीप पुरी, जो पेट्रोलियम और आवास मंत्रालय संभालते हैं, ने कहा कि नया मोर्चा 'स्वयं के विरोधाभासों के बोझ से ढह जाएगा'.

 

केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कांग्रेस का नाम लिए बिना कहा, "आम आदमी पार्टी एक नई पार्टी है, उसकी राजनीति अभी शुरू हुई है. वे भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन से पैदा हुए थे. आज वे उसके साथ गठबंधन करना चाहते हैं, जिसने भ्रष्टाचार को परिभाषित किया है." हरदीप पुरी ने कहा कि ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस भी इसी तरह की दुविधा में होगी. पश्चिम बंगाल में कांग्रेस या सीपीएम के साथ गठबंधन से तृणमूल के खुश होने की संभावना नहीं है. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के दिल्ली या पंजाब में गठबंधन से खुश होने की संभावना नहीं है... और मैं ये उदाहरण देता रह सकता हूं."

 

नया विपक्षी मोर्चा शुरुआत से बीजेपी के निशाने पर रहा है. भाजपा, विपक्षी मोर्चे पर नई बोतल में पुरानी शराब होने का आरोप लगा रही है. कई नेताओं ने इसके आंतरिक विरोधाभासों की ओर इशारा करते हुए इसके पतन की भविष्यवाणी भी की है. हालांकि, विपक्ष का दावा है कि यह सत्तारूढ़ दल की घबराहट का प्रतीक है. लेकिन इससे भी इनकार नहीं किया जा सकता कि विपक्षी मोर्चे में मतभेद शुरुआत से नजर आ रहे हैं. और ऐसा होना लाजिमी भी है, क्‍योंकि इन दलों की विचारधारा अलग-अलग है. 

 

भाजपा की अपनी बड़ी पिच के बारे में बात करते हुए, हरदीप पुरी कहते हैं कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आत्मविश्वास दिखाते हैं और 2030 और 2047 के लिए रोडमैप के साथ आते हैं, तो यह "अनुभव के आधार और डेटा" पर आधारित होता है. उन्‍होंने बताया, "भारत 2047 से पहले ही एक विकसित देश होगा और यह जीडीपी डेटा से स्पष्ट है, जो कुछ प्रमुख क्षेत्रों में प्रगति का संकेत देता है. यह विकास आबादी के सबसे कमजोर वर्गों में होताा नजर आता है. 

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत जो 6.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कर रहा है वो "बहुत प्रभावशाली" है और यह अन्य देशों की तुलना में काफी ज्‍यादा है, जो आकार में कहीं बड़े हैं. स्वतंत्रता दिवस के भाषण में पीएम मोदी ने अगले 25 वर्षों में भारत के विकास पथ का खाका पेश किया था, और कहा था कि यह 2047 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था भारत होगी. अमृत काल में 2047 में, जब देश आज़ादी के 100 साल मनाएगा, तब विकसित भारत का झंडा लहराएगा... हमें रुकना नहीं है, पीछे नहीं हटना है और इसके लिए यह, सुचिता (ईमानदारी), पारदर्शिता (पारदर्शिता), निष्पक्षता (निष्पक्षता) की जरूरत है."

 

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