जम्मू चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज, जम्मू हाई कोर्ट बार एसोसिएशन और कई अन्य समूहों ने जम्मू-पठानकोट हाईवे पर स्मार्ट बिजली मीटर और एक टोल प्लाजा की स्थापना के खिलाफ आज जम्मू बंद का आह्वान किया है.
मालूम हो कि इससे पहले, जम्मू में हाईवे पर से टोल प्लाजा हटाने और स्मार्ट मीटर की मांग को लेकर कई विरोध प्रदर्शन और हिंसा की घटनाएं हुईं थीं. प्रदर्शन और हिंसा के कारण बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने सरोर में टोल प्लाजा को बंद करने की मांग को लेकर दिल्ली में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की है.
स्थानीय समूहों का कहना है कि चूंकि हाल ही में आई बाढ़ के कारण हाईवे को नुकसान हुआ है, इसलिए सरकार को सड़क पूरी तरह से बहाल होने तक टोल वसूली बंद कर देनी चाहिए.
केंद्रीय मंत्री ने कथित तौर पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को क्षेत्र का दौरा करने और निर्णय लेने के लिए कहा है. इधर, केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है कि स्मार्ट बिजली मीटर बढ़े हुए बिजली बिल दिखा रहे हैं, और जम्मू स्थित समूहों से बंद का आह्वान वापस लेने को कहा है.
जम्मू चैंबर और अन्य समूहों ने युवा राजपूत सभा के नेताओं की रिहाई की भी मांग की है, जिन्हें जम्मू में हाल ही में विरोध प्रदर्शन और सड़क नाकाबंदी के दौरान गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने कहा कि राजपूत सभा के कार्यकर्ताओं को तब तक रिहा नहीं किया जाएगा जब तक पुलिस को यह आश्वासन नहीं मिल जाता कि समूह शांति बनाए रखेंगे और कोई सड़क जाम, पथराव और कोई बर्बरता नहीं होगी.
Comments
Leave Comments