केरल में निपाह वायरस का ख़तरा दिख रहा है. राज्य में इस ख़तरनाक वायरस से अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है. चार संदिग्ध मरीज़ों पर नज़र रखी जा रही है. इनके सैम्पल जांच के लिए भेजे गए हैं. मौजूदा हालात के मद्देनज़र केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम केरल पहुंची है. ग्राउंड लेवल पर बीमारी का सामना कैसे करना है, केंद्रीय टीम इसे लेकर केरल सरकार को सुझाव देगी. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बताया है कि गाइडलाइन तय की गई हैं क्योंकि इसकी कोई विशेष दवा नहीं है. जो संदिग्ध मौतें थीं उनकी पुष्टि हो गई.
निपाह वायरस चमगादड़ की लार से फैलता है. इंसानों में ये संक्रमण चमगादड़ का खाया फल खाने से फैलता है. इंसान से इंसान में भी इसका संक्रमण होता है. संक्रमित सदस्य से परिवार के दूसरे सदस्यों में फैल सकता है.
निपाह वायरस के लक्षण दो से तीन दिन में दिखने लगते हैं. इसके शुरुआती लक्षणों में बुख़ार और सरदर्द शामिल है.
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘कोझिकोड जिले में निपाह वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है. इसके कारण दो लोगों की मौत हो गई. जिन चार लोगों की नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए थे, उनमें से दो में निपाह संक्रमण की पुष्टि हुई है, जबकि दो की रिपोर्ट निगेटिव आई है. ''उन्होंने कहा, ‘‘घबराने की जरूरत नहीं है. सभी को स्वास्थ्य विभाग और पुलिस के निर्देशों का सख्ती से पालन करना चाहिए और प्रतिबंधों में पूरा सहयोग करना चाहिए.''
कोझिकोड में संवाददाताओं से राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि निपाह से संक्रमित लोगों में से नौ साल का एक लड़का भी है. उन्होंने कहा, ‘‘जिस व्यक्ति की कल मौत हो गई, उसके और नौ साल के लड़के सहित इलाज करा रहे दो अन्य लोगों के नमूने में संक्रमण की पुष्टि हुई है.'' जॉर्ज ने बताया कि इसके अलावा 30 अगस्त को पहले मामले में संक्रमण के कारण एक व्यक्ति की मौत हुई थी जिसे शुरुआत में लिवर सिरोसिस की सह-रुग्णता के कारण हुई मौत माना गया था.
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