जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक डिप्टी सुप्रीटेंडेंट को एक आतंकवादी कार्यकर्ता के साथ कथित संबंधों के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. जम्मू-कश्मीर में एक स्थानीय अदालत द्वारा वारंट जारी किए जाने के बाद यह गिरफ्तारी हुई है. जिस पुलिस डिप्टी सुप्रीटेंडेंट को गिरफ्तार किया गया है, उसका नाम शेख आदिल मुश्ताक है. उसपर, एक आतंकी गुर्गे को गिरफ्तारी से बचने में मदद करने और उसकी जांच कर रहे एक पुलिस अधिकारी को फंसाने का प्रयास करने का आरोप है. अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी.
अधिकारियों के मुताबिक, शेख आदिल को बुधवार को नौगाम पुलिस थाने के अधिकारियों ने गिरफ्तार किया. उसे भ्रष्टाचार सहित कई आरोपों में गिरफ्तार किया गया था. जिसके बाद श्रीनगर में एक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया जिसने उसे छह दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया.
सूत्रों का कहना है कि जुलाई में गिरफ्तार आतंकी आरोपी के फोन की जांच से पता चला है कि आदिल मुश्ताक लगातार आतंकवादी कार्यकर्ता के संपर्क में था. उसने कथित तौर पर उसे कानून से बचने का उपाय भी बताया. एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, आदिल मुश्ताक टेलीग्राम ऐप पर आरोपी के साथ बातचीत और चैट करता था. जांच की निगरानी कर रहे एक अधिकारी ने कहा, "आतंकवादी आरोपी और पुलिस डिप्टी सुप्रीटेंडेंट के बीच कम से कम 40 कॉल हुई हैं. वह उसे गिरफ्तारी से बचने और कानूनी सहायता प्राप्त करने के बारे में गाइड कर रहा था.
उन्होंने कहा कि पुलिस ने टेक्नीकल एवीडेंस और पैसों के लेन-देन के आधार पर अधिकारी के खिलाफ पुख्ता मामला बनाया है. जिसमें कहा गया है कि कहा, "वह कैसे आतंकी आरोपियों की मदद कर रहा था इस बात के पुख्ता सबूत हैं .इसके साथ ही आदिल ने एक पुलिस अधिकारी को भी फंसाने की कोशिश की थी जो टेरर फंडिंग के मामले की जांच कर रहा था."उन्होंने कहा, "पुलिस डिप्टी सुप्रीटेंडेंट ने एक टेरर फंडिंग ( Terror Funding Case) मामले में जांच अधिकारी को फंसाने के लिए एक आतंकी आरोपी की ओर से एक झूठी शिकायत भी तैयार की थी, जिसमें तीन आरोपियों को फरवरी में गिरफ्तार किया गया था और एक भाग गया था."
पुलिस का कहना है कि आदिल मुश्ताक ने आरोपियों से 5 लाख रुपये लिए थे. एक अधिकारी ने कहा, वह मुजम्मिल जहूर के भी करीबी संपर्क में था, जिसने लश्कर के वित्त का फाइनेंस मैनेजमेंट के लिए सोपोर में फर्जी दस्तावेजों के जरिये एक बैंक खाता खोला था. आदिल के खिलाफ अपराधों पर गंभीर रुख अख्तियार करते हुए पुलिस अधीक्षक रैंक के एक अधिकारी की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किया गया है.पुलिस ने बताया, ''मामले की गंभीरता के मद्देनजर इस मामले की जांच के लिए दक्षिण शहर के पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में एक एसआईटी का गठन किया गया है.'
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