नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport DXN Code) को तीन अक्षरों वाला डीएक्सएन कोड मिल गया है. इसी कोड से एयरलाइन की बुकिंग की जाती है. इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन सभी एयरपोर्ट को यह कोड देता है. तीन अक्षरों वाला DXN ही अब नोएडा इंरनेशनल एयरपोर्ट का स्थायी पिन कोड हो गया है. 2024 के अंत तक इस एरपोर्ट से यात्रा करने वाले यात्री DXN कोड के जरिए हवाई अड्डे पर अलग-अलग प्लेटफॉर्मों की पहचान आसानी से कर सकेंगे. एयरपोर्ट ऑपरेशन्स शुरू होते ही यह कोड भी एक्टिव हो जाएगा.
इसके जरिए यात्रियों और विमानन पेशेवरों को अपने गंतव्य की पहचान करने में मदद मिलेगी. आईएटीए की तरफ से डीएक्सएन कोड मिलने पर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने खुशी जताई है. नोएडा इंटरनेशन एयरपोर्ट पर दिसंबर 2024 तक परिचालन शुरू हो जाएगा और तब ही यह कोड भी एक्टिव हो जाएगा. बता दें कि इस एयरपोर्ट पर भारतीय संस्कृति की झलक के साथ और मॉर्डन तकनीकी वाली सुविधाएं यात्रियों को मिलेंगी.
एनआईए हवाई अड्डे पर बिना किसी बाधा के कुशल यात्री अनुभव देने के लिए मॉर्डन तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. एयरपोर्ट के सीईओ क्रिस्टोफ़ श्नेलमैन ने कहा कि IATA कोड मिलने से हम उत्साहित हैं. एयरलाइंस और ट्रैवल एजेंसियां इंटरनेशनल लेवल पर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की पहचान करने के लिए DXN कोड का इस्तेमाल करेंगी. टिकिट बुकिंग और बैगेज टैग की पहचान करने के लिए भी इस कोड का इस्तेमाल किया जा सकेगा.
बता दें कि DXN एक यूनीक कोड है. किसी भी टिकिट बुकिंग पर डीएक्सएन से पहचाना जा सकेगा. यह पिन कोड सिर्फ नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए ही है. दिसंबर 2024 तक इस एयरपोर्ट के शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है. DXN कोड मिलना इस बात का संकेत है कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर जल्द ही परिचालन शुरू होने जा रहा है.
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