अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास व्हाइट हाउस ने कहा कि एक खालिस्तानी अलगाववादी की हत्या में भारत की संलिप्तता के कनाडा के आरोप ‘‘गंभीर'' हैं और उनकी पूरी तरह जांच किए जाने की जरूरत है. प्रतिबंधित खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर की 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में हत्या कर दी गयी थी. भारत ने 2020 में निज्जर को आतंकवादी घोषित किया था.
व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में सामरिक संचार के समन्वयक जॉन किर्बी ने यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवान की पिछले सप्ताह वाशिंगटन में हुई मुलाकात में कनाडा के दावों पर चर्चा की गयी थी. किर्बी ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘इस मुद्दे पर चर्चा की गयी थी. हम निश्चित रूप से इसे दोनों देशों पर छोड़ते हैं कि वे अपने द्विपक्षीय संबंधों के बारे में बात करें.''
उन्होंने कहा, ‘‘हम स्पष्ट कर चुके हैं कि ये आरोप गंभीर हैं, इनकी पूरी जांच किए जाने की आवश्यकता है और जाहिर तौर पर जैसा कि हमने पहले भी कहा है कि हम भारत से उस जांच में सक्रियता से भाग लेने का अनुरोध करते हैं.'' विदेश विभाग के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने एक अलग संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों को बताया कि यह अहम है कि कनाडा की जांच आगे बढ़े और दोषियों को सजा दी जा सके.
उन्होंने कहा, ‘‘हमने भारत सरकार से कनाडाई जांच में सहयोग करने का भी अनुरोध किया है.'' पटेल ने कहा कि अमेरिका ने नयी दिल्ली में कनाडा उच्चायोग में राजनयिकों की संख्या में कमी लाने संबंधी खबरें देखी हैं. पटेल ने कहा, ‘‘भारत के साथ हम क्वाड और कई अन्य समूहों में साझेदार हैं और हम कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर क्षेत्र में उनके तथा अन्य देशों के साथ काम करते रहेंगे.''
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन जैसा कि मैंने कहा है कि हम इन आरोपों को बहुत गंभीरता से लेते हैं और हम न केवल अपने कनाडाई साझेदारों के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे बल्कि भारत सरकार से कनाडा के साथ सहयोग करने का भी अनुरोध करेंगे.''
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