विदेश भेजने के नाम पर लोगों को कथित तौर पर ठगने के आरोप में शुक्रवार को 11 लोगों को गिरफ्तार किया है. दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर यह मामला 3 सितंबर को उस वक्त सामने आया, जब सुरक्षा अधिकारियों ने एक यात्री दीपक वर्मा को पकड़ा. आरोपी दीपक वर्मा किसी और के पासपोर्ट पर लंदन की यात्रा करके भारत लौट आया था. पूछताछ में वर्मा ने खुलासा किया कि उसकी यात्रा की व्यवस्था पंजाब के फतेहगढ़ साहिब के एक ट्रैवल एजेंट बरिंदर सिंह ने 17 लाख रुपये में की थी. उसे 2021 में ब्रिटेन भेजा गया था.
इसके बाद आईजीआई एयरपोर्ट पर भारतीय दंड संहिता की धारा 419 (वेश बदलकर धोखाधड़ी), 420 (धोखाधड़ी) और पासपोर्ट अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया और ट्रैवल एजेंट बरिंदर सिंह को पकड़ने के लिए एक टीम का गठन किया गया था.
ट्रैवल एजेंट बरिंदर सिंह को 5 सितंबर को आईजीआई पुलिस स्टेशन की टीम ने दिल्ली के ग्रेटर कैलाश में कैपिटल हिल्स होटल से गिरफ्तार किया.
पुलिस पूछताछ में सिंह ने माना है कि वह अवैध तरीकों से लोगों को विदेश भेजता था और इसके लिए उनसे पैसे लेता था. वह 2021 में दीपक वर्मा के संपर्क में आया और उसे यूके भेजने की पेशकश की. उसने वर्मा से कुल 17 लाख रुपये लिए थे.
इस मामले सामने आने के बाद आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने एक एक अभियान चलाया और पिछले 30 दिनों में 10 अन्य ऐसे एजेंटों को गिरफ्तार किया, जो कथित तौर पर इमिग्रेशन धोखाधड़ी में शामिल थे.
एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, सतनाम सिंह उर्फ जग्गी, जसकरन सिंह, गुरदीप सिंह उर्फ बिट्टो, सुशील कुमार कौशिक, संदीप सिंह, रणदीप सिंह, पिशोरा सिंह, सुमित कुमार यादव, मोहम्मद सुहैल और अंजलि को अलग-अलग मौकों पर गिरफ्तार किया गया.
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