देश को आज पहली रैपिड रेल (Rapid Train Inaugurate) का तोहफा मिलने जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रैपिड रेल के पहले चरण का उद्धघाटन करेंगे. रैपिड रेल शुरू होने से दिल्ली, गाजियाबाद और मेरठ के लोगों को फायदा होगा. इस रेल की खासियत यह है कि इसमें बैठने की व्यवस्था किसी विमान जैसी होगी. यात्रियों की सुविधा को देखते हुए ट्रेन में आरामदायक और पीछे तक झुकने वाली सीटें लगाई गई हैं. एनडीटी की रैपिड रेल में जाकर उसका जायजा लिया और देखा कि आखिर यह ट्रेन अंदर से दिखती कैसी है.
रैपिड रेल में झुकने वाली सीटों और खिड़कियों के अलावा हाई-टेक कोचों में डिजिटल स्क्रीन लगाई गई है. जिस पर यात्री किसी भी समय ट्रेन का अपना रूट चेक कर सकते हैं. इसके साथ ही डिजिटल स्क्रीन पर चल रही ट्रेन की मौजूदा स्पीड का भी पता लगाया जा सकेगा. हर एक रेक में छह कोच, एक प्रीमियम और पांच स्टैंडर्ड होंगे. प्रीमियम कोचों के लिए यात्रियों को ज्यादा किराया देना होगा. स्टैंडर्ड कोचों में से एक कोच महिलाओं के लिए आरक्षित होगा. रैपिड रेल में 50% से ज्यादा महिला कर्मचारी होंगी. स्थानीय लोगों का रोजगार सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली और मेरठ के बीच रहने वाले लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी.
प्रीमियम कोच में सफर करने के लिए टिकट लेने वालों के लिए स्टेशनों पर एक वेटिंग लाउंज होगा. यात्रियों के लिए पहली ट्रेन शनिवार को चलेगी. इसकी फ्रीक्वेंसी 15 शुरुआत में मिनट की होगी. ट्रेनें हर एक स्टेशन पर 30 सेकंड के लिए रुकेंगी. आरआरटीएस नॉर्मल रेलवे प्रणाली और मेट्रो नेटवर्क दोनों से अलग होगा. यह भारत की पहली रेलवे प्रणाली होगी जिसकी अधिकतम ऑपरेशनल स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. रास्ते में 14 स्टेशन होंगे और ट्रेन की औसत गति 100 किमी प्रति घंटा होने की उम्मीद है. डेमो के दौरान ट्रेन की अधिकतम स्पीड 146 किमी प्रति घंटा थी.
पीएम नरेंद्र मोदी कॉरिडोर के 17 किलोमीटर लंबे साहिबाबाद से दुहाई डिपो खंड का आज उद्घाटन करेंगे.अभी इसके प्रथम चरण में साहिबाबाद से दुहाई स्टेशन तक, यानी 17 किलोमीटर के रास्ते को ही खोला जाएगा. जिसमें कुल पांच स्टेशन हैं. ये स्टेशन साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो हैं. ट्रेन को इस दूरी को तय करने में 15-17 मिनट का समय लगेगा. 30,274 करोड़ रुपये की लागत से शुरू हो रही इस परियोजना का गलियारा 82 किलोमीटर लंबा होगा, यह दिल्ली के सराय काले खां स्टेशन से मेरठ के मोदीपुरम तक फैला होगा. मेल एक्सप्रेस ट्रेन में मेरठ और दिल्ली के बीच डेढ़ घंटे और लोकल ट्रेन में दो घंटे का समय लगता है, लेकिन रैपिड रेल में केवल 55-60 मिनट लगेंगे.
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