बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना दबाव 24 अक्टूबर तक कम तीव्रता वाले चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है. यह जानकारी भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को दी. आईएमडी ने एक बुलेटिन में कहा कि यह दबाव ओडिशा के पारादीप से लगभग 610 किलोमीटर दक्षिण में केंद्रित है.
इसमें कहा गया है, ‘‘इसके अगले 24 घंटे में गहरे दबाव में तब्दील होने की संभावना है. यह उसके अगले 12 घंटे में उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा और फिर अगले तीन दिनों में बांग्लादेश-पश्चिम बंगाल तटों की ओर बढ़ेगा.''
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया, ‘‘हालांकि एक चक्रवाती तूफान बनने की आशंका है, लेकिन इसके बहुत कमजोर रहने की संभावना है. इसका ओडिशा पर मामूली प्रभाव पड़ेगा, जिससे हल्की से मध्यम स्तर की बारिश होगी. समुद्र में यह राज्य के तट से लगभग 200 किलोमीटर दूर होगा.''
यदि यह चक्रवात में तब्दील होता है, तो इसे ‘हामून' कहा जाएगा, जो ईरान द्वारा दिया गया नाम है. दास ने कहा कि मछुआरों को 25 अक्टूबर तक समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है. उन्होंने कहा कि आईएमडी ने किसानों को तैयार धान की फसल 23 अक्टूबर तक काटने की सलाह दी है, क्योंकि तटीय ओडिशा के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. जो मछुआरे गहरे समुद्र में थे, उन्हें तट पर लौटने की सलाह दी गई है.
विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) सत्यब्रत साहू ने जिलाधिकारियों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है, और उन्हें भारी बारिश की स्थिति में निचले इलाकों से लोगों की निकासी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. कम दबाव के चलते 23 अक्टूबर को तटीय ओडिशा में कुछ स्थानों पर और 24-25 अक्टूबर को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम स्तर की वर्षा होने की संभावना है.
आईएमडी के भुवनेश्वर केंद्र के शाम के बुलेटिन के अनुसार, सोमवार सुबह 8.30 बजे से 24 घंटे तक तटीय जिलों, क्योंझर, मयूरभंज, अंगुल, ढेंकनाल, बौध, कंधमाल, रायगड़ा, कोरापुट और मलकानगिरि में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी. इसके अनुसार इसी तरह, क्योंझर, मयूरभंज और ढेंकनाल सहित उत्तरी और दक्षिणी तटीय जिलों में मंगलवार सुबह 8.30 बजे से 24 घंटे तक हल्की से मध्यम बारिश होगी.
मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास विभाग ने आईएमडी के पूर्वानुमान के बारे में पारादीप और अन्य क्षेत्रों के मछली पकड़ने वाले बंदरगाहों पर मछुआरों के लिए चेतावनी जारी की है. इस बीच, दुर्गा पूजा आयोजक मौसम के पूर्वानुमान से चिंतित हैं और उत्सव के दौरान संभावित बारिश और हवाएं चलने की आशंका को देखते हुए तैयारी कर रहे हैं.
Comments
Leave Comments