दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद के घर प्रवर्तन (ED) की रेड लगभग 22 घंटे तक चली. बृहस्पतिवार सुबह 6 बजकर 30 मिनट पर मंत्री राजकुमार आनंद के सिविल लाइंस स्थित आवास पर ईडी के अधिकारी पहुंचे थे. राजकुमार आनंद ने बताया कि ईडी के अधिकारी गुरुवार सुबह 5:40 बजे मेरे घर पहुंच गए थे. ये हमें तंग करने के लिए आए थे. पूरे घर की तलाशी ली, जिसमें उन्हें कुछ नहीं मिला. ये लोग ऐसा कहते रहे कि ऊपर से आदेश है और
समय निकालते गए.
राजकुमार आनंद ने बताया कि इस देश में सच बोलना, दलितों की राजनीति करना, काम की राजनीति करना गुनाह बन गया है. ED जो कस्टम का मामला बता रही है, वो बीस साल पुराना है और उसमें सुप्रीम कोर्ट तक का फ़ैसला आ चुका है. ये लोग आम आदमी पार्टी को ख़त्म करना चाहते हैं, ये चाहते हैं कि काम की राजनीति न हो, इसलिए ऐसे परेशान किया जा रहा है.
राजकुमार आनंद ने कहा, "ऊपर से ही आदेश है...वो तो कहते ही हैं, ऊपर से हमें जैसा आदेश है, वैसा करेंगे, सर हमें सहयोग करें. ऊपर वाला कौन है ये तो हमें नहीं पता...लेकिन ऊपर से आदेश है ये पता है. ये आम आदमी पार्टी को खत्म करने पर तुले हैं. ये चाहते हैं कि काम की राजनीति करने वाला कोई ना बचे. सच की आवाज उठाने वाला कोई ना बचे, संविधान पर चलने वाली पार्टियां ना बचे, ताकी कुछ पार्टियां अपनी मनमानी करती रहे."
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से सवाल पूछने थे, लेकिन केजरीवाल ने उल्टे ED से सवाल पूछते हुए उनके समन को ही गैर कानूनी बता दिया. वह ED दफ़्तर जाने की बजाय मध्य प्रदेश चुनाव प्रचार के लिए निकल गए.
Comments
Leave Comments