मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बृहस्पतिवार को चुनावी राज्य में एक रैली में आरोप लगाया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के शासन मॉडल में 'भ्रष्टाचार, अपराध और कमीशन' शामिल है. मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव होंगे, जबकि नतीजे तीन दिसंबर को घोषित किए जाएंगे. चौहान ने टीकमगढ़ जिले की पृथ्वीपुर विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, 'वह कहते रहे हैं कि कमलनाथ मॉडल आएगा (यदि कांग्रेस चुनाव जीतती है और सरकार बनाती है). यह कमलनाथ मॉडल क्या है? यह भ्रष्टाचार, अपराध और कमीशन का एक मॉडल है.'
चौहान ने दावा किया कि अगर कांग्रेस राज्य में सत्ता में आई तो उनकी सरकार की प्रमुख 'लाडली बहना योजना अस्तित्व में नहीं रहेगी. उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत महिला लाभार्थियों को हर महीने एक निश्चित राशि मिलती है. संयोग से, कांग्रेस ने अपने चुनाव घोषणापत्र में महिलाओं को 1,500 रुपये की मासिक सहायता का वादा किया है, जबकि चौहान ने पहले कहा है कि लाडली बहना योजना के तहत सहायता को धीरे-धीरे बढ़ाकर 3000 रुपये प्रतिमाह किया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार इंजीनियरिंग और मेडिकल पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने वाले गरीब छात्रों की फीस का भुगतान करेगी, प्रत्येक परिवार को नौकरी प्रदान करेगी, 450 रुपये में एलपीजी सिलेंडर की आपूर्ति करेगी और बढ़े हुए बिजली बिल माफ करेगी. चौहान ने दावा किया कि कांग्रेस कभी भी लोगों को ऐसा लाभ नहीं दे पाएगी. उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार ने दिसंबर 2018 से मार्च 2020 तक अपने कार्यकाल के दौरान बैगा, भारिया और सहरिया आदिवासियों को 1,000 रुपये की मासिक सहायता सहित कल्याणकारी योजनाओं को बंद करके 'पाप' किया था. चौहान ने सागर, छतरपुर, पन्ना और सतना जिलों में भी रैलियों को संबोधित किया.
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