कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले ऑनलाइन चंदा एकत्र करने के लिए ‘डोनेट फॉर देश' नाम से आज अभियान शुरू करने जा रही है. देश की मुख्य विपक्षी पार्टी 28 दिसंबर को अपने 138वें स्थापना दिवस से पहले इस अभियान के माध्यम से लोगों से 138 रुपये, 1,380 रुपये, 13,800 रुपये या फिर इससे 10 गुना राशि चंदे के रूप में देने की अपील कर रही है. भाजपा ने इस अभियान को लेकर विपक्षी दल पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि यह 'सार्वजनिक धन को हड़पने और गांधी परिवार को समृद्ध करने का एक और प्रयास' है.
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि पार्टी धन की तंगी से जूझ रही है और 'भाजपा की चुनाव मशीनरी' से लड़ने के लिए पैसे की कमी का सामना कर रही है. कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा अधिकांश चुनावी बांड हासिल कर रही है, क्योंकि यह योजना सत्तारूढ़ पार्टी के पक्ष में बनाई गई है.
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने मीडिया से कहा, "कांग्रेस को चंदा एकत्र करने के अपने ऑनलाइन अभियान ‘डोनेट फॉर देश' की शुरुआत की घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है. यह पहल 1920-21 में महात्मा गांधी के ऐतिहासिक ‘तिलक स्वराज कोष' से प्रेरित है... इसका उद्देश्य संसाधनों के समान वितरण और अवसरों से समृद्ध भारत का निर्माण करने के लिए पार्टी को सशक्त बनाना है." उन्होंने कहा, "हम लोगों को उस इतिहास को स्वीकारते हुए अंशदान करने के लिए आमंत्रित करते हैं, जो बेहतर भारत के लिए पार्टी की स्थायी प्रतिबद्धता का प्रतीक है."
वेणुगोपाल के अनुसार, प्रदेश कांग्रेस कमेटी और सोशल मीडिया के माध्यम से इस अभियान को लेकर जागरुकता बढ़ाई जाएगी. उन्होंने कहा, "यह अभियान मुख्य रूप से पार्टी के स्थापना दिवस 28 दिसंबर तक ऑनलाइन रहेगा, जिसके बाद हम जमीनी अभियान शुरू करेंगे. इसके तहत पार्टी से जुड़े स्वयंसेवी घर-घर जायेंगे और प्रत्येक बूथ में कम से कम 10 घरों को लक्षित करके हर घर से कम से कम 138 रुपये का अंशदान सुनिश्चित करेंगे."
भाजपा मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने आरोप लगाया कि जिन्होंने 60 वर्षों तक भारत को लूटा, वे अब उसी देश से चंदा मांग रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने अपने उस भ्रष्टाचार से जनता का ध्यान हटाने के लिए 'डोनेट फॉर देश' अभियान शुरू किया है, जो एक बार फिर उसके राज्यसभा सदस्य धीरज साहू के पास से भारी मात्रा में नकदी की जब्ती के बाद सामने आया है.
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