बियर ग्रिल्स के फेमस शो 'मेन वर्सेज वाइल्ड' में आपने वोग विलियम से लेकर नील मॉरिसी को मन मारकर अपना यूरीन पीते देखा होगा. वहीं, दूसरी ओर एक ऐसा शख्स सामने आया है जो अपना ही यूरीन बेहद चाव से पीता है. हैरी मतादीन नाम के इस यह युवक का कहना है कि अपना बासी पेशाब पीने से उसकी सेहत में काफी सुधार हुआ है.
32 वर्षीय हैरी इंग्लैंड के शहर हैंपशायर का रहने वाला है. हैरी का कहना है कि वह रोजाना करीब 200 एमएल बासी यूरीन पीता है. उसका ये यूरीन एक हफ्ते से लेकर करीब एक महीने तक पुराना होता है.
हैरी का दावा है कि रोजाना बासी यूरीन पीने से न सिर्फ उसका मानसिक अवसाद (डिप्रेशन) कम हुआ है, बल्कि वह पहले से ज्यादा जवां भी दिखने लगा है.
हैरी ने बासी यूरीन में एंटी एजिंग प्रोडक्ट्स होने का भी दावा किया है. वह पिछले चार सालों से लगातार रोजाना सुबह अपना बासी यूरीन पी रहा है. हैरी का कहना है कि इसका नियमित रूप से सेवन करने से वह ज्यादा खुश, सेहतमंद और बुद्धिमान हुआ है.
हैरी का कहना है कि उसने अपनी खराब सेहत को देखते हुए यूरीन पीने का फैसला किया था. वह डिप्रेशन का शिकार था और उसकी सेहत भी कुछ ठीक नहीं रहती थी.
हैरी ने बताया कि उसे मार्था क्रिस्टी की किताब 'यॉर ऑन परफेक्ट मेडिसिन' पढ़ने के बाद 'यूरीन थैरेपी' के बारे में पता लगा था. शुरुआत में मैंने ताजा यूरीन पीना शुरू किया था, जिसके बाद मुझे धीरे-धीरे कम डिप्रेशन महसूस होने लगा.
हैरी ने आगे बताया, 'फेसबुक पर भी कई यूरीन थेरेपी ग्रुप्स हैं जिन्हें जॉइन करने के बाद मुझे बासी यूरीन पीने के फायदों के बारे में पता चला. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मुझे कई ऐसे प्रमाण मिले जो बताते हैं कि ताजे यूरीन के मुकाबले बासी यूरीन पीना ज्यादा फायदेमंद है.'
हैरी कहते हैं कि शुरुआत में इसका टेस्ट उन्हें बिल्कुल पसंद नहीं था, लेकिन बाद में उन्हें इसकी आदत हो गई. आज उन्हें इसका फ्लेवर काफी पसंद आता है.
हालांकि मेडिकल जगत के कई दिग्गजों ने हैरी मतादीन की मानसिकता पर सवाल खड़े किए हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि यूरीन पीने से इंसान की सेहत को किसी तरह का लाभ नहीं होता है.
यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी के प्रोफेसर हेनरी वू कहते हैं कि इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि इंसान का पेशाब उसकी सेहत के लिए फायदेमंद है. हैरी जैसे लोग अपना पेशाब पीकर खुद को धोखे में रख रहे हैं.
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