पटना: बिहार मे राज्य सभा की सीट पर विपक्ष और सत्ताधारी दल आमने-सामने है. दलित के बड़े चेहरे रामविलास पासवान के निधन से खाली हुई राज्य सभा की सीट को लेकर हंगामा मच गया है. एनडीए ने रामविलास पासवान के निधन से खाली हुए सीट पर पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार को उम्मीदवार बनाया है. बुधवार को उनका नॉमिनेशन कराया गया है और अब इस नॉमिनेशन के साथ ही बिहार में दलित पॉलटिक्स शुरू हो गई है. वहीं, एनडीए पर विपक्ष भी लगातार हमलवार है .
रामविलास पासवान के निधन से खाली हुई थी सीट
दरअसल, रामविलास पासवान (Ramvilas Paswan) के निधन के बाद खाली हुई सीट को एनडीए ने सुशील मोदी को दिया है, जिस पर आरजेडी (RJD) ने जोरदार हमला किया है. आरजेडी नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने जोरदार हमला करते हुए कहा है कि विपक्ष का सही चेहरा उजागर हुआ है. रामविलास पासवान के निधन होने से जो राज्य सभा सीट खाली हुई उसे किसी दलित चेहरा को देना चाहिए था. एनडीए (NDA) की शासन आने के बाद से दलितों को किनारे कर दिया जा रहा है. दलितों के छात्रवृति बंद है. एनडीए दलित विरोधी है .
जेडीयू ने 90 के दशक की दिलाई याद
वहीं, विपक्ष की दलित राजनीति पर जेडीयू ने भी पलटवार किया है. जेडीयू ने विपक्ष को 90 के दशक को याद दिलाया है. जेडीयू नेता अजय आलोक ने कहा है कि कांग्रेस- आरजेडी दलित को हत्या करवाती रही है . 90 के दशक में दलितों पर अत्याचार हुए. बाथे नरसंहार हुए, दलित मारे गए और अब विपक्ष का चरित्र निकल कर सामने आ रहा है. विपक्ष अपमानित कर रहा है. वो लोग दलितों का अपमान कर रहे हैं. इसकी बानगी देखने को मिली जब ललन पासवान को आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव अनुपस्थित रहने के लिएकहते हैं. ललन पासवान को कहना पड़ता है कि मुझे हत्या करवाई जाएगी. मैं डरा हुआ और दुखी हूं. कांग्रेस पार्टी पैसे लेकर विधायक बना रही है. दरअसल यही विपक्ष का चेहरा है.
दलित पॉलिटिक्स की शुरुआत
वहीं, राज्य सभा सीट से सुशील मोदी का नॉमिनेशन कराने पर आरजेडी का हमला किया है. दलितों के सीट पर सुशील कुमार मोदी करवाना दलित विरोधी चेहरा उजागर हुआ है. एनडीए का यही चेहरा है. पीएम मोदी के दो दांत हैं. दिखाने और खाने के अलग अलग दांत है.
विपक्ष पर बरसी बीजेपी
जबकि बीजेपी नेता अजीत चौधरी ने कहा है कि विपक्ष सिर्फ हंगामा करना जानती है. वह हंगामा करता रहता है. विपक्ष ऐसे ही बात करता है जिससे कि आपसी मतभेद पैदा हो. लेकिन बीजेपी एक ऐसी पार्टी है जो सभी को साथ लेकर चलती हैं सभी जात को सम्मान देती है. विपक्ष इसी तरह का मामला उठाता रहता है. विपक्षी फायदा के लिए इस तरह की बातों को तूल देती है.
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