आपको होम लोन की EMI में कोई राहत नहीं मिलेगी, Reserve Bank of India (RBI) की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. लेकिन रिजर्व बैंक ने अपना रुख 'अकोमोडेटिव' बरकरार रखा है. क्या है इसका मतलब समझिए
नई दिल्ली: Reserve Bank of India (RBI) की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. MPC ने रेपो रेट (Repo Rate) को 4 परसेंट पर बरकरार रखा है. इसका मतलब ये हुआ कि बैंकों को रिजर्व बैंक से लोन 4 परसेंट पर ही मिलेगा, इससे बैंक भी लोगों के लिए लोन सस्ता नहीं करेंगे. रिवर्स रेपो रेट भी 3.35 परसेंट पर बरकरार है.
MPC की मॉनिटरी पॉलिसी इकोनॉमिस्ट्स और एनालिस्ट की उम्मीदों के हिसाब से ही है. MPC के सभी 6 सदस्यों ने ब्याज दरों में बदलाव नहीं करने के लिए वोट किया. रिजर्व बैंक (RBI) गवर्नर शक्तिकांता दास ने क्रेडिट पॉलिसी की समीक्षा के दौरान बताया कि RBI ने अपना रुख भी Accomodative बरकरार रखा है. इसका मतलब ये हुआ की रिजर्व बैंक कम से कम एक बार और ब्याज दरें नहीं बढ़ाएगा. इस खबर से शेयर बाजार में जोरदार तेजी देखने को मिली है. सेंसेक्स पहली बार 45,000 के पार पहुंच गया.
आपको बता दें कि रिजर्व बैंक इस साल रेपो रेट में 115 बेसिस प्वाइंट यानि 1.15 परसेंट तक की कटौती कर चुका है. इस कटौती के साथ ही रेपो रेट साल 2000 के बाद 4 परसेंट पर है, जो कि सबसे निचला स्तर है.
रिजर्व बैंक का मानना है कि अभी महंगाई में तेजी बनी रहेगी. तीसरी तिमाही में रीटेल महंगाई दर 6.8 परसेंट रहने का अनुमान है. खुदरा महंगाई पिछले कई महीनों से रिजर्व बैंक के सुविधाजनक स्तर 4 फीसदी से ऊपर बना हुआ है. रिजर्व बैंक ने बताया कि CPI महंगाई अक्टूबर तक 7.6% तक पहुंच गया है, दिसंबर तिमाही में रीटेल महंगाई दर 6.8 परसेंट रहने का अनुमान है. चौथी तिमाही में CPI महंगाई दर 5.4 परसेंट है.
FY21 की दूसरी छमाही में रिकवरी के पुख्ता संकेत मिल रहे हैं. इकोनॉमी में उम्मीद के मुताबिक ही रिकवरी हो रही है. रिजर्व बैंक ने पॉलिसी के दौरान कहा कि महंगाई और ग्रोथ में बैलेंस बनाना जरूरी है. रिजर्व बैंक ने पॉजिटिव सेंटिंमेंट के लिए कई बड़े फैसले लिए हैं. रिजर्व बैंक लिक्विडिटी के लिए आगे भी मार्केट पार्टिसिपेंट्स के हितों में कदम उठाएगा. RBI ने अपने जीडीपी ग्रोथ अनुमान में बदलाव किया है, FY21 में जीडीपी ग्रोथ -7.5 परसेंट रहने का अनुमान है जो कि पहले -9.5 परसेंट था.
Comments
Leave Comments