बॉलीवुड के मेगा स्टार राजकपूर (Raj Kapoor) को उनकी जयंती पर हम याद कर रहे हैं. उनसे जुड़े कई दिलचस्प बातें हम आप तक पहुंचाएंगे...
नई दिल्ली: राजकपूर (Raj Kapoor) की मूवी में ये माना जाने लगा था कि हीरोइन का कोई न कोई ऐसा बोल्ड सीन होना ही है, जो इससे पहले हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में ना कभी देखा गया हो और ना कभी सोचा गया हो. मंदाकिनी, जीनत अमान, नरगिस, पदमिनी, सिमी ग्रेवाल और डिम्पल कपाड़िया जैसी तमाम हीरोइंस के वो बिंदास सींस कई पीढ़ियों के बीच चर्चा का विषय बने रहे. आज राजकपूर (Raj Kapoor) की जयंती है, इस मौके पर जानिए आज कुछ ऐसे ही सींस और उनको करने वालों की कहानी...
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एक बार मॉस्को यूथ फेस्टिवल में जिस लडकी को वहां ‘बेस्ट क्लासिकल डांसर का अवॉर्ड’ मिला था, उसकी डांस परफॉरमेंस देखकर वो दंग रह गए, उनको लगा यही तो वो लड़की है, जिसकी उन्हें तलाश थी, ये थी पदमिनी. उन दोनों की पहली मूवी आई 1960 में, नाम था ‘जिस देश में गंगा बहती है’, इस मूवी का अगर आपने ‘हो मैंने प्यार किया’ गाना देखा ना हो तो जरूर देखें, क्योंकि इस गाने में राजकपूर ने अपनी हीरोइन के साथ कुछ प्रयोग किए. पहाड़ियों से घिरे एक तालाब में साड़ी में काफी बोल्ड अंदाज में पदमिनी पर ये गाना फिल्माया गया. जो काम वो नरगिस के साथ नहीं कर पाए थे, वो उन्होंने पदमिनी के साथ किया. वो था अंडर वाटर शूट करना. तालाब, पूल या समुद्र में नहाने के सीन बाहर के कैमरे से ही करने पड़ते थे, लेकिन राजकपूर (Raj Kapoor) तो पानी के अंदर से अपनी हीरोइन के जिस्म की बोल्डनेस दिखाना चाहते थे. तभी तो इस गाने में शायद ये पहली बार था जब अंडर वाटर कैमरा लगाकर कोई सीन शूट किया गया था.
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‘मेरा नाम जोकर’ राजकपूर (Raj Kapoor) का ड्रीम प्रोजक्ट था, इसलिए उसमें दारा सिंह, धर्मेन्द्र, सिमी ग्रेवाल जैसे कई सितारे तो उन्होंने लिए ही थे, एक रूसी एक्ट्रेस भी ली थी और उस दौर में बेहद बोल्ड माने जाने वाले दो दो सीन भी किए थे. इनमें से एक सीन पदमिनी पर भी था. दरअसल इस मूवी में पदमिनी हमेशा लड़के के गैटअप में रहती है, पॉकेटमार बनीं हैं, जो राजू यानी राजकपूर के साथ भी लड़का बनकर ही रहने लगती है. लेकिन एक दिन एक मारपीट के सीन में पदमिनी की शर्ट छाती के पास से फट जाती है और कुछ सेकंड तक राज कपूर हैरानी से पदमिनी को देखने लगते हैं. यहां पदमिनी ने भी हिम्मत से वो सीन फिल्माया, इससे पहले किसी डायरेक्टर ने ऐसा सीन किसी बड़ी हीरोइन के साथ करने की हिम्मत नहीं दिखाई थी. वो सीन उन दिनों सिमी ग्रेवाल के सीन भी ज्यादा चर्चा का विषय बन गया था.
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यूं तो उस दौर में शर्मिला टैगोर जैसी हीरोइंस बिकिनी सीन कर रही थीं लेकिन राजकपूर (Raj Kapoor) का अंदाज निराला था. वो हीरोइन को बोल्ड दिखाने के लिए खास सिचुएशंस ईजाद करते थे. पहले तो उस दौर में युवाओं के लिए यही बड़ी बात थी कि राजकपूर जैसा डायरेक्टर अपने 15 साल के बेटे ऋषि कपूर को अपनी टीचर के इश्क में पागल दिखा रहा है. ऐसी बातें समाज में तब दबे ढके ही चर्चा में आती थीं. ऋषि कपूर की टीचर सिमी ग्रेवाल जब एक सीन में मजबूरन खेत में छुपकर कपड़े बदलती हैं और उनको छुपकर ताकते, कपड़े उतारते, अंडरगारमेंट्स में सिमी को देखकर हैरानी और लस्ट भरी निगाहों से निहारते अपने बेटे ऋषि कपूर को उस मौके पर दिखाना, ये राजकपूर के ही बस की बात थी. ये सीन अब भी कई बार सोशल मीडिया पर लोग शेयर कर लेते हैं.
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डिम्पल शायद उस वक्त केवल 16 साल की थीं, पिता चुन्नी लाल कपाड़िया बडे बिजनेसमेन थे. उस दौर के सुपरस्टार राजेश खन्ना पर फिदा थीं. इधर राज कपूर काफी घाटे में चल रहे थे, उनको लगा कि अब ठीक वक्त है अपने बेटे ऋषि कपूर को लांच करने का. इधर बेटी को लांच करने के लिए चुन्नी लाल फिल्म में पैसा लगाने तक के लिए तैयार थे. राजकपूर ने भी सोच लिया इस मूवी से ही उन्हें इस फाइनेंशियल क्राइसिस से निकलना होगा, सो शानदार म्यूजिक और डिम्पल के बोल्ड सींस ही उन्हें उबार सकते हैं. बिकिनी में तमाम सींस डिम्पल पर उन्होंने शूट किए. जिसके फोटो उस वक्त की मैगजींस में देकर उन्होंने माहौल भी बना दिया था. जिस डिम्पल को घास नहीं डाल रहे थे राजेश खन्ना, अंजू महेन्द्रू से अफेयर खत्म होने के बाद उनको सैक्सी (मैगजींस में रैड स्विमसूट वाला फोटो छपने के बाद) और अमीर डिम्पल अच्छा विकल्प लगने लगीं. काका को ये डर भी था कि कहीं ऋषि कपूर से ही उनका अफेयर ना हो जाए, सो बीच मूवी में डिम्पल से शादी कर ली. राजकपूर (Raj Kapoor) का पारा गरम हो गया, उसके बाद वो उन्हें बाकी फिल्म की शूटिंग आदि पर भेजने में भी दिक्कत करने लगे. खैर जैसे तैसे मूवी आई और इतने मस्त, चुलबुली और बोल्ड अंदाज में राज कपूर ने डिम्पल को पेश किया था, कि मूवी सुपरहिट हो गई.
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यूं ‘बरसात’ और ‘आवारा’ में नरगिस को काफी चुलबुला, रोमांटिक और हॉट अंदाज में पेश किया था राजकपूर (Raj Kapoor) ने. वैसे भी दोनों के बीच निजी जिंदगी में भी कुछ चल रहा था, सो उनके सींस में जान आ जाती थी. लेकिन ‘आवारा’ का एक सीन काफी चर्चा में आ गया था. जिसमें राज कपूर और नरगिस आपको बिलकुल आज के युवाओं की तरह समुद्र तट पर अठखेलियां करते दिखाई देंगे, नरगिस थी बिकिनी में और राजकपूर बरमूडा में. सीन के शुरूआत में ही बीच पर पीठ के बल बिकिनी में लेटी हुई नरगिस के दोनों हाथ पकड़कर मस्ती में वैसे ही घसीटते हुए पानी की तरफ ले जाते हैं. फिर नरगिस एक चट्टान से बिकिनी में ही शानदार डाइव लेती हैं पानी के अंदर, पीछे पीछे राजकपूर भी कूद पड़ते हैं. नहाने के बाद दो पेड़ों के बीच तौलिया बांधकर कपड़े बदलती नरगिस का सीन भी उस दौर के दर्शकों को काफी रोमांचित करने वाला लगा था.
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राजकपूर (Raj Kapoor) की पत्नी कृष्णा कपूर अपने पति को रिझाने के लिए ज्यादातर मौकों पर सफेद साडियां ही पहनती थीं, आप उनके पुराने फोटो उठाकर देख लीजिए. माना जाता है कि दोनों की पहली मुलाकात के वक्त से ही सफेद साड़ी में देखकर कृष्णा पर मोहित हो गए थे राज कपूर. तब से अपनी हर हीरोइन को वो सफेद साड़ी में जरूर शूट करते थे. नरगिस को ‘आवारा’ में, पदमिनी को ‘मेरा नाम जोकर’ में, वैजयंती माला को ‘संगम’ में, जीनत अमान को ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ में, मंदाकिनी को ‘राम तेरी गंगा मैली’ में और पदमिनी कोल्हापुरे को ‘प्रेम रोग’ में. कहा जाता है कि राजकपूर को लगता था कि किसी भी लड़की की सैक्स अपील सफेद और कुछ हद तक पारदर्शी साड़ी में ही सबसे ज्यादा निकल कर आती है.
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कभी 1978 की ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ देखिए, भाई शशि कपूर के लिए इतनी शानदार मूवी बनाई थी राज कपूर ने. लेकिन शशि कपूर से भी ज्यादा चर्चा हीरोइन जीनत अमान के बोल्ड सींस की हो रही थी. सफेद साड़ी में एक झरने के नीचे जीनत अमान का एक गाना शूट किया राज कपूर ने- भोर भए पनघट पे. आग ही लगा दी थी, जीनत ने वो भी पानी में. राजकपूर (Raj Kapoor) ने जीनत के मामले में काफी लिबर्टी ली थी. बिना अंडरगारमेंट्स के केवल और केवल भीगी सफेद साड़ी में शूट करना, वो भी ऊपर से लगातार पानी गिर रहा हो, सोचिए उस दौर में कितना बोल्ड सोंग माना गया होगा. मंदिर के सीन में, टाइटल सोंग ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ में जीनत को वो फिर से सफेद साड़ी पहनाना नहीं भूले, जीनत को इस फिल्म के कई सींस में ब्रा तो छोड़िए ब्लाउज तक नहीं पहनाया था राजकपूर ने. पारदर्शी साड़ी में जीनत अमान के उस सीन की उन दिनों काफी चर्चा हुई थी, आज भी लोग करने से नहीं चूकते. तीसरे गाने ‘सैंया निकस गए मैं ना लड़ी थी’ में तो साइड से जीनत को टॉपलैस ही दिखा दिया था कपूर साहब ने. जबकि कहानी की मांग के हिसाब से जीनत का आधा चेहरा जला हुआ था, उनके बाद शायद जले चेहरे वाली लड़की का रोल ‘छपाक’ में दीपिका पादुकोण ने ही किया होगा, लेकिन जीनत के हिस्से में ग्लेमर भी आया था.
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झरने के नीचे हीरोइन को नहलाने का आइडिया उनको पसंद आ गया था, मंदाकिनी को भी उन्होंने झरने के नीचे सफेद साड़ी में नहाते हुए पेश किया. एकदम पारदर्शी, गीली और शरीर से चिपकी हुई साड़ी. लेकिन जहां जीनत अमान को साड़ी की दो परतों में लपेटा था, मंदाकिनी के बदन पर केवल एक झीनी सी परत थी. पानी पड़ने के बाद ऐसा लग रहा था, जैसे वो टॉपलैस नहा रही हों, छुपाने को कुछ भी नहीं बचा था. पूरे देश में महीनों तक इस सीन की चर्चा होती रही. मंदाकिनी को झटके में देश जान गया था, लोग हैरान थे कि ऐसा सीन कैसे कर सकती है कोई हीरोइन. फिर राजकपूर (Raj Kapoor) ने मंदाकिनी को बच्चे को दूध पिलाने का सीन भी इस मूवी में शूट किया था. कुल मिलाकर उनके बेटे राजीव कपूर भले ही ना चले हों, लेकिन मंदाकिनी जरूर उन दिनों चल गई थीं.
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श्रीकृष्ण की गोपियों को कपड़े उठाकर पेड़ पर चढ़ जाने की कहानियां काफी कही सुनी जाती हैं. राजकपूर (Raj Kapoor) अपनी मूवी ‘संगम’ में वही सीन दोहराना चाहते थे, हीरोइन का नाम भी रखा राधा. लेकिन वैजयंती माला बोल्ड सीन से परहेज करती थीं. बड़ी मुश्किल से राजकपूर ने राजी किया. लाल बिकिनी में जब वो तालाब में नहा रही होती हैं, राजकपूर उनके कपड़े लेकर पेड़ पर चढ़ जाते हैं और गाना गाते हैं ‘बोल राधा बोल संगम होगा कि नहीं’. उन्होंने हर एंगल से वैजयंती माला की खूबसूरती को शूट किया, पानी के अंदर, पानी के बाहर, कभी उलटा तैरते हुए, कभी सीधा तैरते हुए.
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