नई दिल्ली: दिल्ली हिंसा के आरोपी दीप सिद्धू और जुगराग सिंह पर दिल्ली पुलिस ने एक-एक लाख के इनाम की घोषणा की है। इसके साथ ही 6 अन्य आरोपियों पर 50-50 हजार रुपए का इनाम रखा गया है, जिसमें जगबीर सिंह, बूटा सिंह, सुखदेव सिंह और इकबाल सिंह शामिल हैं।
केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों द्वारा ट्रैक्टर रैली के दौरान प्रदर्शनकारियों ने सहमत मार्ग से अलग हटकर तोड़फोड़ की। यह लोगों लाल किले के परिसर के अंदर प्राचीर पर चढ़ गए और एक सिख धार्मिक झंडा लगाया।
पुलिस ने इन लोगों से बार-बार शांत होने के लिए अपील की और प्रदर्शनकारी किसानों से आग्रह किया कि वह सहमत मार्गों पर लौट आएं। हालांकि जब यह लोग नहीं माने तो इनको नियंत्रण में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस और लाठीचार्ज का सहारा लिया।
इस बीच दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने 12 लोगों की तस्वीरें जारी कीं, जिन्हें वे 26 जनवरी की हिंसा की जांच के हिस्से के रूप में खोज रही हैं। हिंसा के कई वीडियो के माध्यम से और फ़ोरेंसिक टीम ने 12 लोगों के चेहरे साफ़ कर यह तस्वीर जारी की है, जिसमें यह लोग लाठी पकड़े हुए दिख रहे हैं। पुलिस का मानना है यह वे लाल किले पर हिंसा और पुलिसकर्मियों पर हमला करने में शामिल थे।
इसके साथ ही दिल्ली पुलिस ने 44 मामले दर्ज किए हैं और अब तक 122 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने एफआईआर में कई किसान संगठनों के नेताओं का नाम भी शामिल किया है।
वहीं मध्य दिल्ली के आईटीओ क्षेत्र में एक किसान की मौत पर लोगों को गुमराह करने के लिए पुलिस ने कांग्रेस सांसद शशि थरूर सहित पत्रकारों और अन्य लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। किसानों ने आंदोलन को पटरी से उतारने के लिए दीप सिद्धू पर "षड्यंत्र" करने और उसका नेतृत्व करने का आरोप लगाया है।
दिल्ली पुलिस ने दीप सिद्धू पर किसानों को लाल किले की तरफ ट्रैक्टर ले जाने और धार्मिक झंडा फहराने का आरोप लगाया गया है। वहीं जुगराज सिंह के बारे में जानकारी के लिए पुलिस ने प्रत्येक पर 1 लाख रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की है, उसने लाल किले पर धार्मिक ध्वज फहराया था।
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